चौपड़ियूं में क्रशर लगा तो होगा विरोध
कीर्तिनगर विकास खंड के जियालगढ़ के ग्रामीणों ने क्षेत्र में स्टोन क्रशर को लेकर ज्ञापन सौंपा है।
संवाद सहयोगी, पौड़ी: कीर्तिनगर विकास खंड के जियालगढ़ के ग्रामीणों ने क्षेत्र में स्टोन क्रशर न लगाए जाने को लेकर अपर आयुक्त से गुहार लगाई है। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में स्टोन क्रशर लगाए जाने से पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। इस संबंध में उन्होंने अपर आयुक्त हरक सिंह रावत को ज्ञापन भी सौंपा।
मंगलवार को पौड़ी पहुंचे जियालगढ़ क्षेत्र के चौपड़ियूं गांव के ग्रामीणों ने अपर आयुक्त को बताया कि साल 2015 में तत्कालीन गढ़वाल कमिश्नर की जांच के बाद शासन ने उक्त स्टोन क्रशर को यहां पर स्थापित न करने के आदेश जारी किए थे लेकिन 2020 में फिर से इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। बताया कि स्टोन क्रशर के पास ही ग्रामीणों का एकमात्र पेयजल स्रोत है। यहां पर स्टोन क्रशर स्थापित होने से कई गांवों के साथ ही चारधाम यात्रा में जाने वाले यात्रियों को पेयजल के लिए परेशान होना पड़ेगा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि एक ओर जल जीवन का नारा दिया जा रहा है वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों के प्राकृतिक पेयजल स्रोत को खत्म करने का काम किया जा रहा है। बताया कि स्टोन क्रशर के निरस्तीकरण का शासनादेश निकालने की मांग के लिए युवा संघर्ष समिति चौपड़िया में धरना दे रही है। बावजूद इसके प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। ग्रामीणों ने अपर आयुक्त हरक सिंह रावत से इस संबंध में जल्द कार्रवाई करने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में युवा संघर्ष समिति के अध्यक्ष करन, संदीप सिंह रावत, धमेंद्र सिंह, अनुज, स्वाति, आरती देवी, सरोजनी देवी, आशा देवी, रोशनी, शकुंतला, पंकज बंगवाल आदि शामिल थे।