ग्रामीणों की मुहिम लाई रंग तो गांव तक पहुंची गाड़ी
तंत्र के भरोसे ही सभी विकास कार्य पूरे हों यह भी संभव नहीं है।
जागरण संवाददाता, पौड़ी: तंत्र के भरोसे ही सभी विकास कार्य पूरे हों, यह भी संभव नहीं है। लेकिन इच्छा शक्ति हो, तो मंजिल हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता। ऐसी ही इच्छाशक्ति डांगी गांव के ग्रामीणों ने दिखाई। गांव को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए धरना-प्रदर्शन किए तो आश्वासन ही मिले, लेकिन हार नहीं मानी। उम्मीद रंग लाई तो आज गांव तक सड़क पहुंचने से ग्रामीण न केवल उत्साहित हैं, बल्कि उनकी वर्षों पुरानी मुराद भी पूरी हो गई।
विकासखंड कल्जीखाल में स्थित है डांगी गांव। 2007 से ग्रामीण डांगी गांव को मोटर मार्ग से जोड़ने की मांग करते आ रहे हैं। इस बीच, सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने वर्ष 2018 में पाली बैंड के समीप समीपवर्ती गांवों के सहयोग से धरना शुरू किया। तब सड़क की मांग को लेकर उन्होंने प्रशासन व जन प्रतिनिधियों की ओर से आश्वासन तो दिया, लेकिन कुछ खास नहीं हुआ। इस सबके बीच लोनिवि ने आधा किलोमीटर मार्ग का कार्य तो शुरू किया, लेकिन पुश्ते आदि से ज्यादा कुछ नहीं हुआ। ग्रामीण व क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता जगमोहन डांगी ने बताया कि जब लोनिवि ने बजट का रोना रोया तो आपसी समन्वय बनाकर गांव को सड़क से जोड़ने की योजना तैयार की गई। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने आपस में चंदा एकत्रित किया, जिसमें दूसरे राज्यों में रहने वाले कई ग्रामीणों ने भी सहयोग किया। इसके अलावा कल्जीखाल के पूर्व ब्लॉक प्रमुख राणा ने प्रमुख निधि से डेढ़ लाख तथा क्षेत्रीय विधायक मुकेश कोली ने विधायक निधि से एक लाख की धनराशि मुहैया कराई। कहा कि आपसी समन्वय से कंटरखोली से आज डांगी गांव तक सड़क निर्माण पूरा हो सका। ग्रामीण जगमोहन डांगी, शिशुपाल सिंह, भगवान सिंह, अजय मोहन नेगी, नीतू देवी, कांता देवी, पुष्पा देवी, अनिल चौहान, प्राणराज चौहान आदि का कहना है कि मोटर मार्ग के अभाव में कई बार गांव में बीमार ग्रामीणों को सड़क तक लाने में परेशानी होती थी, लेकिन अब यह समस्या दूर हुई। उन्होंने अब सरकार से सड़क पर डामरीकरण करवाने की मांग की है।