सभी पात्रों की भूमिका गांव की बहू-बेटियों ने निभाई
विकासखंड पोखड़ा के वीणा मल्ली ग्राम पंचायत में महिला पात्रों की रामलीला ने रंग जमा दिया। रामलीला में सभी किरदारों की भूमिका महिलाओं ने ही निभाई। खुद महिला कलाकारों का आत्मविश्वास इस मंचन से और बढ़ गया।
संवाद सहयोगी, पौड़ी: विकासखंड पोखड़ा के वीणा मल्ली ग्राम पंचायत में महिला पात्रों की रामलीला ने रंग जमा दिया। रामलीला में सभी किरदारों की भूमिका महिलाओं ने ही निभाई। खुद महिला कलाकारों का आत्मविश्वास इस मंचन से और बढ़ गया।
वीणा मल्ली में आयोजित रामलीला का सोमवार को समापन हुआ। इस रामलीला में खास बात यह थी कि राम के पात्र से लेकर रावण के पात्र की भूमिका गांव की ही बहू-बेटियों ने निभाई। सात दिवसीय रामलीला की शुरुआत बीती 9 फरवरी को श्रवण कुमार लीला व कैलाश लीला के मंचन से हुई थी। क्षेत्र में महिला पात्रों के अभिनय को लेकर उत्सुकता बनी हुई थी। महिला पात्रों के जोरदार अभिनय के चलते रामलीला देखने बड़ी संख्या में क्षेत्रीय निवासी पहुंचे। सोमवार को राजतिलक का मंचन किया गया। इस दौरान क्षेत्रीय निवासियों ने राम, लक्ष्मण व सीता का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। राम की आरती का भी भावपूर्ण गायन किया गया। राजतिलक के दौरान क्षेत्र का माहौल राममय हो गया। पूर्व प्रमुख पोखड़ा सुरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि ग्रामीण अंचल में पहली बार महिला पात्रों से सजी रामलीला का मंचन किया गया, जिसे स्थानीय निवासियों ने खूब सराहा। लक्ष्मण की पात्र आंचल ने कहा कि वह रामलीला का मंचन वर्षो से देखती आ रही हैं। हमेशा से उसकी भी रामलीला में अभिनय की इच्छा रही है। पहली बार रामलीला में अभिनय का अवसर मिला, जिससे उसके भीतर मंच पर अभिनय के प्रति आत्मविश्वास बढ़ा है। आंचल एमए योग की छात्रा हैं। राम की पात्र रश्मि बिष्ट ने कहा कि रामलीला में अभिनय से उन्हें पुरुषोत्तम राम के चरित्र को नजदीक से जानने का मौका मिला है। राम के आदशरें को वह अपने जीवन में ढालने का प्रयास करेंगी। रावण की पात्र कांति देवी ने कहा कि हमने हमेशा रावण को एक बुराई के तौर पर देखा है। लेकिन रावण के पात्र का अभिनय करने के बाद उसे पता चला कि रावण के भीतर भी कई अच्छाइयां थी। रामलीला के मंचन में सीता के पात्र का अभिनय संध्या, भरत सिया, शत्रुघ्न खुशबू, दशरथ पिकी देवी, जनक मंजू देवी, मेघनाद सुनीता देवी, कौशल्या रेखा, सुमित्रा मंजू देवी और कैकई की भूमिका संतोषी देवी ने निभाई। निर्देशन अरुणोदय बिष्ट एवं भारत भूषण बिष्ट, संचालन संजय गुसाईं, साज सज्जा कुलदीप बिष्ट आदि ने किया।