चमोली हादसा : मार्कोस कमांडो ने कोटेश्वर झील में चलाया सर्च अभियान
नौसेना कैप्टन संजीव कादयान के नेतृत्व में मार्कोस कमांडो की टीम ने श्रीनगर जलविद्युत परियोजना की झील में आपदा के बाद लापता व्यक्तियों की तलाश को ऑपरेशन चलाया जा रहा है। बुधवार पहुंची सात सदस्यीय टीम ने पहले चरण में विशेष बोट से कोटेश्वर से लेकर कलियासौड़ तक तलाशी की।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल। नौसेना कैप्टन संजीव कादयान के नेतृत्व में मार्कोस कमांडो की टीम ने श्रीनगर जलविद्युत परियोजना की झील में आपदा के बाद लापता व्यक्तियों की तलाश को ऑपरेशन चलाया जा रहा है। बुधवार दोपहर बाद पहुंची सात सदस्यीय टीम ने पहले चरण में विशेष बोट से कोटेश्वर से लेकर कलियासौड़ तक तलाशी की। हालांकि झील के पानी में भारी गाद आने से पानी के अंदर शवों को नहीं ढूंढा जा सका है।
जिला प्रशासन पौड़ी की ओर से अभियान का नेतृत्व कर रहे उप जिलाधिकारी श्रीनगर रङ्क्षवद्र बिष्ट ने कहा कि पानी के अंदर शवों को खोजने के लिए अब सोनार उपकरण भी मंगाया जा रहा है। सोनार रडार की तरह यंत्र होता है, जिससे ध्वनि तरंग छोड़कर पानी के अंदर मौजूद स्थिति का पता लगाया जाता है। बताया कि मार्कोस कमांडो पानी के अंदर 55 मीटर की गहराई तक जाकर सर्च अभियान चलाने में सक्षम हैं। एसडीआरएफ की दो टीमों के साथ ही उत्तराखंड जल पुलिस की एक टीम भी पुलिस के एक गोताखोर के साथ सर्च अभियान चला रही है। उप जिलाधिकारी ने बताया कि झील में शवों को तलाशने के लिए ड्रोन की भी मदद ली जा रही है। झील से तीन गैस सिलेंडर भी मिले हैं। बता दें कि बीती मंगलवार शाम कलियासौड़ के समीप अलकनंदा नदी में 25-30 वर्ष के युवक का शव मिला था। शव को शिनाख्त के लिए मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी में रखवा दिया गया है। कीर्तिनगर कोतवाल कमलमोहन भंडारी ने बताया कि बीती देर शाम फरासू के सामने महर गांव के नीचे झील में लगभग 40 साल के पुरुष का शव मिला था, उसे भी शिनाख्त के लिए मोर्चरी में रखवाया गया है।
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