अक्टूबर में सजना था राइफलमैन अमित का सेहरा
संवाद सूत्र पाटीसैण (कोटद्वार) रविवार को आतंकी मुठभेड़ में बेटे की शहादत की सूचना के बा
संवाद सूत्र, पाटीसैण (कोटद्वार): रविवार को आतंकी मुठभेड़ में बेटे की शहादत की सूचना के बाद से राइफलमैन अमित कुमार अणथ्वाल के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। नाते-रिश्तेदार उन्हें संभालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वह बार-बार बेसुध हो जा रहे हैं। शहीद की पार्थिव देह मंगलवार को गांव लाई जाएगी। इसके बाद गांव के पैतृक घाट पर उन्हें सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।
पौड़ी जिले के कल्जीखाल ब्लॉक स्थित ग्राम क्वाला निवासी अमित कुमार अणथ्वाल (31) नौ दिसंबर 2011 को गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हुए थे। वर्तमान में वह 4-पैरा स्पेशल फोर्स कार्यरत थे और उनकी तैनाती कुपवाड़ा क्षेत्र में थी। रविवार को केरन सेक्टर में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में उनकी फोर्स ने पांच आतंकवादियों को ढेर कर दिया। इस ऑपरेशन में अमित के अलावा चार अन्य अधिकारी भी शहीद हो गए। रात में अमित की शहादत की सूचना उनके स्वजनों को मिली।
अमित के पिता नागेंद्र प्रसाद ने बताया कि कुछ समय पूर्व ही अमित की सगाई हुई थी और आगामी 25 अक्टूबर को उनका विवाह तय था। वह दो बहनों के इकलौते भाई थे। दोनों बहनों की शादी हो चुकी है। बताया कि अमित देश की सुरक्षा के लिए पूर्व में चलाए गए महत्वपूर्ण अभियानों का भी हिस्सा रहे। उधर, गो सेवा आयोग के उपाध्यक्ष पं.राजेंद्र अणथ्वाल ने अमित की शहादत पर गहरा शोक जताते हुए कि एक ओर पूरी दुनिया कोरोना संक्रमण से जूझ रही है, वही पाकिस्तान अपनी ओछी हरकतों से बाज नहीं आ रहा।
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सप्ताहभर पूर्व हुआ था दादी का निधन
मां (अमित की दादी) की चिता की राख अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि नियति ने नागेंद्र प्रसाद से उनका इकलौता पुत्र भी छीन लिया। गांव में खेती-किसानी कर बेटे को देश सेवा के लिए भेजने वाले नागेंद्र प्रसाद ने देहरादून जिले के भाऊवाला में भी मकान बनाया है। उनका विचार था कि बेटे की शादी के बाद परिवार को देहरादून ही शिफ्ट कर देंगे, लेकिन नियति को शायद यह मंजूर न था।