ठेकेदारों का फूटा गुस्सा, ईई दफ्तर में की जमकर नारेबाजी
जागरण संवाददाता, पौड़ी: मुख्यालय स्थित लोनिवि प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता कार्यालय में बुधवार
जागरण संवाददाता, पौड़ी: मुख्यालय स्थित लोनिवि प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता कार्यालय में बुधवार को ठेकेदारों का गुस्सा फूट पड़ा। गुस्साएं दर्जन भर से अधिक ठेकेदारों ने ईई पर पुराने बिलों का भुगतान न करने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए। बाद में अधिशासी अभियंता द्वारा मांगों पर सकारात्मक आश्वासन दिए जाने के बाद ठेकेदारों ने धरना समाप्त कर दिया।
बुधवार को लोनिवि के प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता के कार्यालय में विभिन्न क्षेत्रों से ठेकेदार पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। उनका आरोप था कि विभाग में कई कार्य ऐसे हो रहे हैं, जिसकी खुली निविदाएं आमंत्रित नहीं की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कई ठेकेदारों के ऐसे कार्य हैं जिनका लंबे समय से भुगतान न होने से उन्हें दिक्कत हो रही है। उन्होंने सीसीएल के एवज में भी धनराशि लिए जाने का भी आरोप लगाया। कहा कि अधिकारी जन प्रतिनिधियों के दबाव में कर रहे हैं। जिससे सभी रजिस्टर्ड ठेकेदारों को काम नहीं मिल पा रहा है। बाद में आंदोलित ठेकेदारों के रवैए को भांप अधिशासी अभियंता अनुपम सक्सेना कार्यालय पहुंचे। उन्होंने ठेकेदारों से वार्ता कर समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया। ठेकेदारों ने चेताया कि यदि उनकी मांगों पर ठीक ढंग से अमल न हुआ तो उन्हें आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। इस मौके पर उमाचरण बड़थ्वाल, राजेंद्र ¨सह, कमल ¨सह, जगमोहन ¨सह, उपेंद्र भट्ट, कुलदीप ¨सह, शैलेंद्र रावत, सुरेंद्र ¨सह, प्रदीप नेगी, राजेंद्र ¨सह आदि शामिल थे। दूसरी ओर ठेकेदार संघ के अध्यक्ष खुशाल ¨सह नेगी ने ठेकेदारों के धरने देने के कदम को उचित बताते हुए कहा कि विभाग में धांधली की काफी शिकायतें मिल रही है। विरोध जायज है।