और गायब हो गई चिकित्सालय की चौकी
संवाद सहयोगी कोटद्वार रविवार रात कोटद्वार बेस चिकित्सालय की इमरजेंसी में चिकित्सक के साथ
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: रविवार रात कोटद्वार बेस चिकित्सालय की इमरजेंसी में चिकित्सक के साथ हुई अभद्रता ने एक बार फिर उन दिनों की याद दिला दी, जब चिकित्सालय को राजकीय संयुक्त चिकित्सालय का दर्जा प्राप्त था। चिकित्सकों के साथ आए दिन होने वाली अभद्रता के चलते चिकित्सालय परिसर में ही पुलिस चौकी स्थापित कर दी गई थी, लेकिन बेस चिकित्सालय भवन निर्माण के उपरांत गायब हुई पुलिस चौकी की याद एक बार फिर चिकित्सालय प्रशासन को सताने लगी है।
कोटद्वार के राजकीय संयुक्त चिकित्सालय में आए दिन हंगामे होते थे। नतीजा, वर्ष 2012-13 में चिकित्सालय परिसर में पुलिस चैक पोस्ट को स्थापित कर दिया गया। पुलिस कर्मी चैक पोस्ट पर रहते तो चिकित्सालय में हंगामों का दौर भी कम हो गया। वर्ष 2015 से बेस चिकित्सालय भवन का निर्माण शुरू हुआ और इस निर्माण के दौरान ही पुलिस चौकी को तोड़ दिया गया। बेस चिकित्सालय बनकर तैयार हो गया, लेकिन पुलिस चौकी की सुध किसी ने नहीं ली।
रविवार रात हुए हंगामे के बाद अब चिकित्सालय प्रशासन को इस पुलिस चैक पोस्ट की याद आ गई। सोमवार को चिकित्सकों ने उपजिलाधिकारी मनीष कुमार सिंह से मुलाकात कर सुरक्षा की ²ष्टि से अस्पताल परिसर में पुलिस पिकेट की व्यवस्था किए जाने का मुद्दा उठाया। इस पर उपजिलाधिकारी ने भी चिकित्सकों को उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया।