खनन के विरोध में उतरा जन, बताया खतरा
भाबर क्षेत्र के अंतर्गत झंडीचौड़ में तेलीस्रोत में चल रहे खनन कार्य के खिलाफ आमजन भी उतर गया है।
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: भाबर क्षेत्र के अंतर्गत झंडीचौड़ में तेलीस्रोत में चल रहे खनन कार्य के विरोध में क्षेत्र की जनता उतर आई। आरोप लगाया कि पट्टाधारक मानकों को ताक में रखकर खनन कार्य कर रहे हैं, जिससे उनकी काश्त भूमि की सुरक्षा दीवार को खतरा पैदा हो गया है। सिचाई विभाग के अधिकारियों ने मौका-मुआयना किया व पट्टाधारकों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
मई में प्रशासन ने तेलीस्रोत बरसाती गदेरे में दो स्थानों पर खनन पट्टे जारी किए। तमाम कागजी कार्रवाई पूर्ण करने के बाद पट्टाधारकों ने खनन कार्य शुरू किया, लेकिन क्षेत्र की जनता ने विरोध जताते हुए खनन कार्य बंद करवा दिया। पार्षद अमित नेगी ने बताया कि खनन मानकों के अनुरूप नहीं हो रहा है। साथ ही सूर्यास्त के बाद भी खनन किया जा रहा है, जो कि नियम विरूद्ध है। इधर, क्षेत्रीय जनता के विरोध के बाद सिचाई विभाग के सहायक अभियंता विनोद कुमार व अवर अभियंता कौशिद अली मौके पर पहुंचे और मौजूद जन से वार्ता की।
अवर अभियंता कौशिद अली ने बताया कि खनन पट्टाधारकों को नदी की कुल चौड़ाई के अनुसार दोनों किनारों पर एक चौथाई हिस्से को छोड़ते हुए खनन के निर्देश दिए गए। साथ ही मानकों के अनुरूप खनन कार्य करने को भी कहा गया है।
खनन न्यास निधि से बनेंगी सुरक्षा दीवारें
मंगलवार को उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा के नेतृत्व में राजस्व विभाग व खनन विभाग की संयुक्त टीमों ने तेलीस्रोत का निरीक्षण किया। एसडीएम मेहरा ने बताया कि खनन पट्टों की नीलामी से प्राप्त राजस्व का एक हिस्सा खनन न्यास निधि में जमा किया गया है। इस निधि से तेलीस्रोत में सुरक्षा दीवार निर्माण सहित अन्य कार्य करवाए जाएंगे। बताया कि मंगलवार को किए गए सर्वे के दौरान स्त्रोत में किए जाने वाले कार्यों की सूची तैयार की गई।