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सीटी स्कैन व न्यूरो सर्जन का अभाव जान पर भारी

जागरण संवाददाता श्रीनगर गढ़वाल प्रदेश के पहले राजकीय मेडिकल कालेज श्रीनगर से संबद्ध बेस अस्

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 May 2019 03:00 AM (IST)Updated: Mon, 27 May 2019 06:26 AM (IST)
सीटी स्कैन व न्यूरो सर्जन का अभाव जान पर भारी
सीटी स्कैन व न्यूरो सर्जन का अभाव जान पर भारी

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: प्रदेश के पहले राजकीय मेडिकल कालेज श्रीनगर से संबद्ध बेस अस्पताल गढ़वाल के अन्य अस्पतालों के लिए रेफरल सेंटर हो सकता था, लेकिन वर्तमान में बेस अस्पताल खुद ही बीमार पड़ा है। स्थिति यह है कि यहां सीटी स्कैन और न्यूरो सर्जन तक नहीं है, जिससे सड़क दुर्घटना में घायल होकर अस्पताल पहुंचे लोगों की जान आफत में पड़ जाती है।

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बेस अस्पताल में लगभग चार साल पहले तक डॉ. महेश रमोला बतौर न्यूरो सर्जन कार्यरत थे। उनकी तैनाती के समय बेस अस्पताल प्रदेश का ऐसा पहला सरकारी अस्पताल भी था, जहां न्यूरो सर्जन की सुविधा उपलब्ध हो गई थी लेकिन तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा विभाग की घोर लापरवाही के चलते डॉ. रमोला ने लगभग तीन साल तक बेस में काम करने के बाद लगभग चार साल पहले इंद्रेश मेडिकल कालेज देहरादून में ज्वाइन कर लिया। विषम भौगोलिक परिस्थितियों के चलते गढ़वाल में आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी पहाड़ी पैदल मार्गों से गिरकर हेड इंजरी वाले घायल समय-समय पर बेस के लिए ही रेफर होते रहते हैं। ऐसी स्थिति को देखते हुए ही वर्ष 2009 और 2010 में अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन के साथ ही न्यूरो सर्जन की तैनाती हुई थी, जिसका लाभ पहाड़ के रोगियों को मिलने लगा था।

डॉ. रमोला के बेस से चले जाने के बाद अब तक किसी अन्य न्यूरो सर्जन की तैनाती नहीं होने से हेड इंजरी और रीढ़ की हड्डी की चोट वाले व्यक्तियों को बेस से सीधे रेफर कर दिया जाता है। बेस में पिछले डेढ़ साल से बंद पड़ी सीटी स्कैन मशीन भी आउटडेटेड हो चुकी है। श्रीनगर में मेडिकल कालेज होने के बावजूद सीटी स्कैन नहीं होने से रोगी और उनके तीमारदारों की परेशानी भी बढ़ती चली गई। मजबूरी में तीमारदारों को अपने रोगियों को ऋषिकेश और देहरादून ही ले जाना पड़ता है। रविवार को भी सात घायल थे हेड इंजरी वाले

बगवान के पास हुए भीषण सड़क हादसे के सात घायलों को भी बेस अस्पताल श्रीकोट श्रीनगर से एम्स ऋषिकेश इसीलिए रेफर किया गया कि बेस में न तो सीटी स्कैन मशीन है और न्यूरो सर्जन की भी तैनाती नहीं है। जबकि हेड इंजरी वाले घायलों को तत्काल इन सुविधाओं की जरूरत होती है। डिप्टी एसपी ने किया घटनास्थल का निरीक्षण

श्रीनगर: लक्ष्मोली बगवान के समीप हुए भीषण सड़क हादसे को लेकर डिप्टी एसपी नरेंद्रनगर उत्तम सिंह जिमिवाल ने मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण किया। कीर्तिनगर कोतवाल जवाहरलाल ने उन्हें घटना के बारे में विस्तार से जानकारियां दीं। जिसके बाद डिप्टी एसपी उत्तम सिंह और कीर्तिनगर कोतवाल जवाहरलाल ने बेस अस्पताल पहुंचकर घायलों को भी देखा।


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