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बिडाला गांव में आंगन में बैठे बात कर रहा था दंपत्ती, अचानक गुलदार ने माार झपट्टा; ऐसे बची जान

गुलदार ने बिडाला गांव में आंगन में बैठे दंपती पर झपट्टा मार दिया। गनीमत रही कि किसी तरह से पति-पत्नी कमरे के अंदर पहुंच गए। उधर वन विभाग की ओर से क्षेत्र के तीन गांवों में लगाए गए पिंजरे अब भी गुलदार की राह तक रहे हैं।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Fri, 03 Sep 2021 06:10 PM (IST)Updated: Fri, 03 Sep 2021 06:10 PM (IST)
बिडाला गांव में आंगन में बैठे बात कर रहा था दंपत्ती, अचानक गुलदार ने माार झपट्टा; ऐसे बची जान
बिडाला गांव में आंगन में बैठे बात कर रहा था दंपत्ती।

जागरण संवाददाता, कोटद्वार। Leopard Attack चौबट्टाखाल तहसील के विभिन्न गांव में गुलदार की दहशत फिलहाल कम होती नजर नहीं आ रही। गुरुवार रात गुलदार ने बिडाला गांव में आंगन में बैठे दंपती पर झपट्टा मार दिया। उधर, वन विभाग की ओर से क्षेत्र के तीन गांवों में लगाए गए पिंजरे अब भी गुलदार की राह तक रहे हैं।

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ग्राम बिडाला निवासी मुकेश बिडालिया पत्नी अनुराधा बिडालिया के साथ बीती देर शाम अपने घर के आंगन में बैठे थे। मुकेश का घर सड़क से लगा हुआ है। रात करीब आठ बजे अचानक घर की छत से गुलदार ने आंगन में छलांग मारी और आंगन में बैठे दंपती पर हमले का प्रयास किया। पति-पत्नी किसी तरह से कमरे में पहुंच गए और शोर मचाया। इसके बाद गुलदार आंगन से कुछ दूर दीवार पर जाकर बैठ गया।

इस बीच अन्य ग्रामीण भी मुकेश के आवास में आ गए व शोर मचाकर गुलदार को गांव से दूर कर दिया। ग्राम बिडाला से सटे ग्राम इसोटी में 12 अगस्त को गुलदार ने सावित्री देवी पर हमला किया था। इसके बाद वन विभाग ने गांव में पिंजरा लगाया, लेकिन आज तक इस पिंजरे में गुलदार नहीं फंसा है। इधर, शुक्रवार दोपहर ग्राम पांथर में स्कूल के समीप ग्रामीणों को गुलदार नजर आया। प्राथमिक विद्यालय बंद होने के कारण स्कूल में बच्चे नहीं थे।

शो-पीस बन रहे गए पिंजरे

वन विभाग की ओर से वर्तमान में इसोटी, घरतोली और पांथर गांव में गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए गए है, लेकिन किसी भी पिंजरे में गुलदार कैद नहीं नहीं हो रहा। अलबत्ता, पूरे क्षेत्र में लगातार गुलदार नजर आ रहे हैं। ग्राम बिडाला निवासी मुकेश बिडालिया ने बताया कि उन्होंने गांव के आसपास चार-पांच गुलदार एक साथ देखे हैं। क्षेत्र में जगह-जगह गुलदार मौजूद हैं, बावजूद इसके वन विभाग की ओर से आज तक क्षेत्र को गुलदार मुक्त करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया।

पूर्व ब्लाक प्रमुख सुरेंद्र रावत ने कहा कि वन विभाग मात्र पिंजरे लगातार इतिश्री कर रहा है, लेकिन क्षेत्र में गश्त कहीं नहीं हो रही। आज तक वन विभाग की ओर से स्कूल व गांवों की ओर जाने वालों रास्तों की सफाई भी नहीं करवाई गई है। हालात देख यूं लग रहा है मानो वन विभाग को आमजन से अधिक चिंता गुलदारों की है।

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