जिम्मेदार नींद में, खतरे में जिदगी
संवाद सहयोगी कोटद्वार नजीबाबाद-बुअखाल राष्ट्रीय राजमार्ग कौड़िया से नजीबाबाद चौक तक तीन किल
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: नजीबाबाद-बुअखाल राष्ट्रीय राजमार्ग कौड़िया से नजीबाबाद चौक तक तीन किलोमीटर के हिस्से को भारी वाहनों ने पार्किंग स्थल बना दिया है। हाईवे के दोनों और खड़े भारी वाहनों के कारण हर समय हादसे का अंदेशा बना रहता है। पूर्व में हुई दुर्घटनाओं के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी नींद से जागने को तैयार नहीं है।
नियमानुसार राष्ट्रीय राजमार्ग पर पार्किंग गैरकानूनी है, लेकिन कोटद्वार शहर में इस नियम का क्रियान्वयन नहीं हो रहा है। स्थिति यह है कि कौड़िया से नजीबाबाद रोड तक हाईवे पर हर समय भारी वाहनों की कतारें लगी रहती हैं। वाहन चालक आधी सड़क पर कब्जा कर लेते हैं। नतीजा लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। स्थानीय निवासी मंदीप नेगी और अखिलेश रावत ने बताया कि कई बार लोग इसकी शिकायत तहसील दिवस व अधिकारियों के समक्ष कर चुके हैं, लेकिन जिम्मेदारों के कान पर जूं तक नहीं रेंगती। बताया कि रात के अंधेरे में सड़क पर खड़े भारी वाहन दिखाई नहीं देते। इससे आए दिन दोपहिया वाहन चालक इनसे टकराकर घायल हो रहे हैं। बताया कि कुछ वर्ष पूर्व नजीबाबाद रोड व देवी रोड पर सड़क किनारे खड़े वाहन से टकराने के कारण दोपहिया वाहन चालकों की मौत भी हो चुकी हैं। दो माह में हुई घटनाएं
-तीन अक्टूबर को कौड़िया के समीप सड़क पर खड़े ट्रक से टकराने के कारण दो बाइक सवार घायल हो गए थे।
-19 अक्टूबर को देवी रोड में सड़क किनारे खड़ी बसों से टकराने के कारण स्कूटी सवार युवक को चोट आ गई थी।
-7 नवंबर को बीईएल रोड में सड़क किनारे खड़ी ट्रॉली से कार टकरा गई थी, जिसमें चालक गंभीर रूप से घायल हो गया था।
स्कूली बच्चों को खतरा
हाईवे पर खड़े वाहनों के कारण सबसे अधिक खतरा स्कूली बच्चों को बना रहता है। हालत यह है कि कई स्थानों पर वाहन चालक स्कूल के गेट पर ही अपने वाहनों को खड़ा कर देते हैं। ऐसे में अभिभावकों को खुद ही बच्चों को स्कूल छोड़ने व लेने जाना पड़ता है।
हाईवे पर खड़े वाहनों के खिलाफ समय-समय पर कार्रवाई की जाती है। ऐसे वाहनों पर नजर रखने के लिए जल्द ही पुलिस की एक टीम गठित की जाएगी।
मनोज रतूड़ी, कोतवाल