सिघु बॉर्डर पहुंचकर धरने में हुए शामिल
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए श्रीनगर गढ़वाल से एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने गाजीपुर सिघु और टिकरी बॉर्डर पहुंचकर आंदोलन को समर्थन देने के साथ ही किसानों के धरने में भी सहभागिता की।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए श्रीनगर गढ़वाल से एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने गाजीपुर, सिघु और टिकरी बॉर्डर पहुंचकर आंदोलन को समर्थन देने के साथ ही किसानों के धरने में भी सहभागिता की। किसान आंदोलन के लिए पांच हजार रुपये की सहयोग राशि भी प्रदान की। गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से भी इस प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने वार्ता कर किसान आंदोलन को समर्थन दिया। किसान नेता राकेश टिकैत ने गढ़वाल से आए इन युवाओं के जोश और समर्थन की आंदोलित किसानों की ओर से भरपूर सराहना भी की।
गढ़वाल केंद्रीय विवि छात्रसंघ में विवि प्रतिनिधि अंकित उछोली, अधिवक्ता विकास कठैत, श्रीकोट गंगानाली के सामाजिक कार्यकर्ता केशवानंद खंडूड़ी, विवि छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष मंजीत रावत, पूर्व सहसचिव अमन रावत के नेतृत्व में श्रीनगर गढ़वाल से एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने सिघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पहुंचकर किसान आंदोलन को समर्थन देते हुए किसानों के धरने में भी सहभागिता की। इस अवसर पर अंकित उछोली ने कहा कि सरकार को किसानों की मांगों पर शीघ्र सकारात्मक निर्णय लेना चाहिए। वरिष्ठ अधिवक्ता विकास कठैत ने कहा कि किसानों की मांगें न्यायोचित हैं, जिन पर सरकार को सकारात्मक कार्यवाही करनी चाहिए। सामाजिक कार्यकर्ता केसी खंडूड़ी ने कहा कि किसानों की मांगें जायज हैं। इन्हें स्वीकार करने में अब और विलंब नहीं करना चाहिए। गढ़वाल विवि छात्र नेता मंजीत रावत ने कहा कि केंद्र सरकार को जिद छोड़कर किसानों की मांगें माननी चाहिए। केशवानंद खंडूड़ी, विकास कठैत, अंकित उछोली, मंजीत रावत ने गाजीपुर बॉर्डर पर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से आंदोलन की सफलता को लेकर भी विस्तार से वार्ता की।