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मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो होगा बेमियादी आंदोलन

जागरण टीम गढ़वाल अतिथि शिक्षकों के पदों को रिक्त न मानने और गृह जनपदों में तैनाती की मा

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 Sep 2021 06:39 PM (IST)Updated: Tue, 14 Sep 2021 06:39 PM (IST)
मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो होगा बेमियादी आंदोलन
मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो होगा बेमियादी आंदोलन

जागरण टीम, गढ़वाल : अतिथि शिक्षकों के पदों को रिक्त न मानने और गृह जनपदों में तैनाती की मांग को लेकर माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ ने गढ़वाल मंडल के विभिन्न जिला व ब्लाक मुख्यालयों में दूसरे दिन भी कार्य बहिष्कार कर धरना दिया। अतिथि शिक्षकों ने कहा कि पूर्व में मुख्यमंत्री की घोषणा के क्रम में उक्त दोनों मांगों पर तत्काल शासन स्तर से कार्रवाई शुरू की जाए। ऐसा न होने पर वह बेमियादी आंदोलन शुरू करने को विवश हो जाएंगे। इससे स्कूलों में छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होगी।

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पौड़ी: जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से अतिथि शिक्षक मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पहुंचे तथा धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि सरकार अतिथि शिक्षकों के साथ यूज एंड थ्रो की पालिसी अपना रही है। जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। इस मौके पर इतेंद्र नैथानी, सतेंद्र रावत, ऊषा गुसाई, सत्यपाल, ताजबर सिंह, शिखा, वंदना, रेखा, संदीप रावत, संजय आदि शामिल थे।

नई टिहरी : अतिथि शिक्षकों ने मांगों को लेकिन सोमवार को मुख्य शिक्षाधिकारी कार्यालय नरेंद्रनगर में दो दिन का धरना शुरू किया था। मंगलवार को दूसरे दिन भी धरना जारी रहा। बीती सोमवार को शिक्षकों ने विभाग के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। संघ के जिलाध्यक्ष अजय कुमार, अभिषेक भट्ट कहा कि अतिथि शिक्षक अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रहे है, लेकिन सरकार उनकी मांगों की ओर ध्यान नहीं दे रही है। इस मौके पर महावीर चौहान, सुशील कुमार, सुशील रावत, गीता, हरीश आर्य, दर्शन नौटियाल, पूनम रयाल, उषा भट्ट, मंजूबाला आदि मौजूद थे।

रुद्रप्रयाग: मंगलवार को भी माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ ने मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय में धरना दिया। उन्होंने अतिथि शिक्षकों की सेवाएं यथावत रखने की मांग की। उन्होंने कहा कि वह पिछले सात वर्षों से दूरस्थ क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन उन्हें काफी कम मानदेय मिलने से उनके परिवार का भरण पोषण सही तरीके से नहीं पा रहा है। सुदूरवर्ती क्षेत्रों के बजाय उन्हें गृह जनपद में तैनाती मिले, ताकि उनका गुजर बसर हो सके। शिक्षकों की नई विज्ञप्ति जारी होने से उनका भविष्य खतरे में पड़ गया है। कहा कि मांगे पूरी नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान जिलाध्यक्ष आशीष जोशी, मीडिया प्रभारी विनय जगवाण, महामंत्री चैन सिंह पंवार, वासुदेव भट्ट, नीलम करासी, मदमहेश्वर पुरोहित, भरत नेगी, कपूर आर्य, अल्का भट्ट पंकज आर्य आदि मौजूद थे।


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