गरिमा मिस फ्रेशर, यश चुने गए मिस्टर फ्रेशर
श्रीनगर मेडिकल कालेज के आडिटोरियम में शनिवार को इंट्रोडक्शन और फ्रेशर पार्टी की धूम रही। वहीं देर शाम तक चली सांस्कृतिक संध्या में एमबीबीएस के छात्र-छात्राओं ने गीत संगीत और लोकनृत्यों की शानदार प्रस्तुतियों से समा बांधे रखा।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल : श्रीनगर मेडिकल कालेज के आडिटोरियम में शनिवार को इंट्रोडक्शन और फ्रेशर पार्टी की धूम रही। वहीं, देर शाम तक चली सांस्कृतिक संध्या में एमबीबीएस के छात्र-छात्राओं ने गीत संगीत और लोकनृत्यों की शानदार प्रस्तुतियों से समा बांधे रखा। स्वरचित पैरोडी और कविताओं की प्रस्तुतियों से श्रोता मंत्रमुग्ध भी हो गए। 2021 एमबीबीएस बैच की गरिमा को मिस फ्रेशर चुना गया। इसी बैच के यश जिंदल मिस्टर फ्रेशर बने। श्रीनगर मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत ने मिस्टर फ्रेशर यश को और फिजियोलाजी विभागाध्यक्ष डा. नीरू गोयल ने मिस फ्रेशर गरिमा को ट्राफी प्रदान की।
एमबीबीएस 2020-21 बैच के छात्र-छात्राओं की ओर से 2021-22 एमबीबीएस बैच के छात्र-छात्राओं के स्वागत में बीते शनिवार शाम श्रीनगर मेडिकल कालेज के आडिटोरियम में फ्रेशर पार्टी का आयोजन किया। प्राचार्य प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत ने इस फ्रेशर पार्टी की सांस्कृतिक संध्या का उद्घाटन करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से मेडिकल छात्र अपनी बहुमुखी प्रतिभा का भी परिचय देते हैं। मेडिकल कालेजों में फ्रेशर पार्टी के आयोजन की परंपरा से स्वस्थ वातावरण बनने के साथ ही आपसी भाईचारा भी बढ़ता है। इस फ्रेशर पार्टी के साथ ही नव आगंतुक एमबीबीएस छात्र-छात्राएं रूटीन ड्रेस कोड के साथ मेडिकल कालेज परिवार में सम्मिलित हो जाते हैं। मिस फ्रेशर चुनी गई गरिमा ने मां पर स्वरचित कविता सुनाई। मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डा. रावत, पैथोलाजी विभाग की अध्यक्ष प्रो. दीपा हटवाल, प्रो. दौलत सिंह, डा. श्वेताभ प्रधान, डा. नीरू गोयल के साथ ही मेडिकल कालेज के अन्य वरिष्ठ फैकल्टी ने भी छात्र-छात्राओं के शानदार प्रस्तुतियों की जमकर सराहना की।
------
सांस्कृतिक संध्या में प्राचार्य प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत, डा. दीपा हटवाल, डा. पवन भट्ट, डा. दौलत सिंह, डा. श्वेताभ प्रधान, डा. सृजन श्रीवास्तव, डा. अरुण गोयल, डा. मनीष भट्ट सहित अन्य वरिष्ठ डाक्टरों ने भी गीतों की शानदार प्रस्तुतियां देकर छात्र-छात्राओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इन वरिष्ठ डाक्टरों ने सांस्कृतिक संध्या के माध्यम से सालों पुरानी अपने एमबीबीएस छात्र जीवन के अनुभवों को भी साझा कर वातावरण को उत्साह से भी भर दिया। प्राचार्य डा. रावत ने नीले गगन के तले, धरती का प्यार पले., डा. श्वेताभ प्रधान ने दीवाना हुआ बादल., डा. दीपा हटवाल ने कोरा कागज था ये मन मेरा., डा. दौलत सिंह ने सुन माही अखियों में., डा. मनीष भट्ट ने दिल की कलम से. गाए गीत विशेष रूप से सराहे गए।