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सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के लिए कवायद तेज

जागरण संवाददाता, कोटद्वार: उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष व कोटद्वार क्षेत्र से विधायक ऋतु खंडूड़ी भूषण न

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 May 2022 03:00 AM (IST)Updated: Tue, 17 May 2022 03:00 AM (IST)
सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के लिए कवायद तेज
सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के लिए कवायद तेज

जागरण संवाददाता, कोटद्वार: उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष व कोटद्वार क्षेत्र से विधायक ऋतु खंडूड़ी भूषण ने पिछले दिनों कोटद्वार में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट को स्थापना को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता की। वार्ता के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कोटद्वार सीमा से सटी बिजनौर वन प्रभाग की उस भूमि को सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के लिए अवमुक्त करने का आग्रह किया, इस पर पिछले कई दशकों से कोटद्वार की सीवर की गंदगी डाली जा रही है। इधर, विधानसभा अध्यक्ष से जारी निर्देशों के बाद जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया है। जिलाधिकारी ने सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के भूमि चयन के लिए चार-सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।

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कोटद्वार में 60 के दशक में जिस वक्त सीवर लाइन बिछाई गई थी, उस वक्त क्षेत्र की आबादी करीब पांच-सात हजार थी। उस दौर में सीवर ट्रीटमेंट के लिए नजीबाबाद रिजर्व फारेस्ट के जाफराबाद कक्ष संख्या चार में 40 एकड़ भूमि को 20 साल को लीज पर ली गई थी। वर्ष 1986 में लीज डीड भी समाप्त हो गई। लीज को रिन्यू नहीं करवाया गया, लेकिन अभी तक सीवर की पूरी गंदगी बिजनौर वन प्रभाग के जंगलों में ही बह रही है। सीवर लाइनों व ट्रीटमेंट प्लांट को हुए प्रयास

उत्तराखंड पेयजल निगम ने साल 2002 में ने 40 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन निर्माण को 1024.90 लाख रुपये की कार्ययोजना तैयार की, लेकिन कार्ययोजना ठंडे बस्ते में चली गई। शासन के निर्देश पर 2005 में निगम ने पुन: सर्वे किया व 29 मार्च 2005 को 3289.28 लाख का संशोधित कार्ययोजना मंजूरी के लिए शासन को भेजी दी, लेकिन इस बार भी परियोजना ठंडे बस्ते में चली गई। पेयजल निगम ने जलोत्सारण व्यवस्था में शोधन संयंत्रों की स्थापना को वित्तीय वर्ष 2010-11 में ग्राम काशीरामपुर तल्ला में करीब एक हेक्टेयर भूमि का चयन किया, कितु ट्रीटमेंट प्लांट लगाने को आज तक बजट स्वीकृत नहीं किया गया। पेयजल निगम ने वर्ष 2013 में एक बार फिर 8779.40 लाख का प्रस्ताव सैद्धांतिक स्वीकृति के लिए शासन में भेजा। लेकिन, अभी तक इस प्रस्ताव को भी स्वीकृति नहीं मिली।

टीम में प्रभागीय वनाधिकारी, नगर आयुक्त, उपजिलाधिकारी व जल संस्थान के अधिशासी अभियंता को शामिल किया गया है। टीम ने प्लांट के लिए चार स्थान भी चयनित किए हैं। हालांकि, इस पर अंतिम सहमति होनी बाकी है।

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'कोटद्वार नगर निगम में चार स्थानों पर सीवर ट्रीटमेंट प्लांट प्रस्तावित हैं। जिलाधिकारी के निर्देश पर गठित टीम ने सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के अलग-अलग स्थानों पर जगह चिह्नित की हैं। जल्द ही चयनित स्थलों की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जाएगी।

किशन सिंह नेगी, आयुक्त, कोटद्वार नगर निगम'

संदेश : 16 कोटपी 1

जनपद बिजनौर के जंगलों में बह रही कोटद्वार के सीवर की गंदगी


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