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कोटद्वार रेंज में 42 साल की हथिनी की मौत

संवाद सहयोगी, कोटद्वार: कोटद्वार वन रेंज में एक हथिनी की मौत पर वन विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 Dec 2017 03:01 AM (IST)Updated: Thu, 28 Dec 2017 03:01 AM (IST)
कोटद्वार रेंज में 42 साल 
की हथिनी की मौत
कोटद्वार रेंज में 42 साल की हथिनी की मौत

संवाद सहयोगी, कोटद्वार: कोटद्वार वन रेंज में एक हथिनी की मौत पर वन विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन डीएफाओ समेत वन कर्मी और पशु चिकित्सक मौके पर पहुंचे। पशु चिकित्सकों ने हथिनी का पोस्टमार्टम किया, जिसमें प्रथमदृष्टया हथिनी की मौत बीमारी के चलते बताई गई। वहीं, वन कर्मियों ने पोस्टमार्टम के बाद हथिनी को गड्ढा खोदकर दबा दिया गया।

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कोटद्वार वन रेंज में एक हथिनी की मौत की सूचना वन विभाग के कर्मचारियों ने डीएफओ संतराम को दी। हथिनी की मौत की सूचना मिलते ही डीएफाओ संतराम और पशु चिकित्सक डॉ. राजेश समेत अनेक वन कर्मी मौके पर पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने हथिनी की जांच करने के बाद पोस्टमार्टम किया। डीएफओ ने बताया कि हथिनी की उम्र करीब 42 साल थी और वह काफी कमजोर हो चुकी थी। बुधवार को सूचना मिली थी कि हथिनी कुछ सुस्त है तो इस पर मौके पर वन कर्मियों को देखभाल के लिए भेजा गया था। करीब तीन बजे हथिनी अचानक जमीन पर गिर गई और उसकी मौत हो गई। डीएफओ के अनुसार पशु चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम में बताया कि हथिनी के लीवर पूरी तरह खराब हो चुका था, जिसके चलते उसकी मौत हुई है। डीएफओ ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद हथिनी को गड्ढा खोदकर दबा दिया गया है। इस दौराना दीपक रावत, सतिवंदर, नरेंद्र भट्ट, चंद्र मोहन, गौरव, पवन, राहुल चमोली, भूपेंद्र ¨सह, विकास आदि वन कर्मी मौजूद रहे।


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