बेपटरी हुई व्यवस्था, घाटा झेल रहा कोटद्वार डिपो
संवाद सहयोग, कोटद्वार: कोरोना की तीसरी लहर और लगातार बढ़ रही ठंड के कारण उत्तराखंड परिवहन निगम कोटद्
संवाद सहयोग, कोटद्वार: कोरोना की तीसरी लहर और लगातार बढ़ रही ठंड के कारण उत्तराखंड परिवहन निगम कोटद्वार डिपो की व्यवस्थाएं एक बार फिर बेपटरी होने लगी हैं। हालत यह है कि यात्री नहीं मिलने के कारण डिपो को हर रोज तीन से चार लाख रुपये का घाटा उठाना पड़ रहा है।
वर्तमान में उत्तराखंड परिवहन निगम कोटद्वार डिपो के पास 55 बसों का बेड़ा है, जिसमें 38 बसें निगम की हैं। जबकि, 17 बसें अनुबंधित हैं। मार्च 2021 में जब कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आई तो यात्री नहीं मिलने के कारण निगम को अनुबंधित बसों का संचालन बंद करना पड़ा। लगातार घाटे में आ रहे परिवहन निगम की कई रूटों पर बस सेवाएं बंद हो गई थी। जून से हालात सामान्य होने के बाद निगम की व्यवस्थाएं भी पटरी पर लौटने लगी थी। अनुबंधित बसों के साथ ही निगम की सभी बसों का बेहतर तरीके से संचालन होने लगा था। लेकिन, अब कोरोना की तीसरी लहर और लगातार बढ़ रही ठंड ने दोबारा निगम की चिता बढ़ा दी है। दो माह पहले तक प्रतिदिन नौ लाख से अधिक आय अर्जित करने वाले कोटद्वार डिपो को पिछले करीब एक माह से प्रतिदिन चार से पांच लाख का घाटा हो रहा है। यात्रियों की कमी के कारण निगम की कोटद्वार-जमेली मोटर मार्ग पर संचालित बस सेवा बंद हो जाएगी।
----------
कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बाद आय में सुधार होने लगा था। लेकिन, वर्तमान में कोरोना संक्रमण के साथ ही मैदानी क्षेत्रों में बढ़ रही ठंड के कारण यात्री कम आ रहे हैं। ऐसे में हर रोज निगम को घाटा हो रहा है।
टीकाराम आदित्य, सहायक महाप्रबंधक, कोटद्वार डिपो