गढ़वाल विवि कॉलेजों की संबद्धता के नवीनीकरण को लेकर असमंजस
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय से संबद्ध राजकीय और निजी कॉलेजों
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल
गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय से संबद्ध राजकीय और निजी कॉलेजों की संबद्धता के नवीनीकरण करने को लेकर विवि प्रशासन का संबंधित कॉलेजों के लिए पैनल निरीक्षण कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ। जबकि अन्य वर्षो में मई-जून से शुरू होकर सितंबर तक पूरा हो जाता था। पैनल कमेटी की निरीक्षण रिपोर्ट पर ही संबद्धता एक वर्ष के लिए रिन्यूवल की जाती है। कॉलेजों की असंबद्धता को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। गढ़वाल केंद्रीय विवि से 36 राजकीय महाविद्यालयों के साथ ही कुल 171 कॉलेज संबद्ध हैं। प्रदेश सरकार ने राजकीय महाविद्यालयों को गढ़वाल विवि से असंबद्ध कर श्रीदेव सुमन विवि टिहरी से संबद्ध करने का आदेश तो जारी कर दिया। लेकिन सालभर बीत गया अभी तक एक भी सरकारी कॉलेज विधिवत न तो श्रीदेव सुमन विवि से संबद्ध हुआ और न ही गढ़वाल केंद्रीय विवि से असंबद्ध हुए। इस भारी असमंजस की स्थिति में गढ़वाल विवि प्रशासन भी हैरत में है। सरकारी कॉलेजों की सम्बद्धता को लेकर गढ़वाल केंद्रीय विवि प्रशासन ने प्रदेश शासन और उच्च शिक्षा निदेशक को कई पत्र भेज दिए हैं। लेकिन अभी तक जवाब नहीं मिला। 16 मई को गढ़वाल केंद्रीय विवि की कार्य परिषद की बैठक में इन्हीं असमंजस की स्थितियों को ध्यान में रखते हुए ईसी ने निर्णय लिया कि शिक्षासत्र 2018-19 के लिए संबद्ध कॉलेजों की संबद्धता के रिन्यूवल को लेकर अभी पैनल निरीक्षण नहीं करें।
मिली जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय छात्र महासंघ (एपेक्स बॉडी) के चुनाव को लेकर भी अगस्त में विवि प्रशासन ने प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर असंबद्ध किए गए राजकीय महाविद्यालयों की सूचना मांगी थी। लेकिन वह सूचना भी गढ़वाल विवि को नहीं मिली। प्रदेश सरकार ने राजकीय महाविद्यालयों को असंबद्ध करने की घोषणा तो कर दी। लेकिन सालभर बीतने पर एक भी कॉलेज असंबद्ध नहीं हुआ।