नयार को अविरल व स्वच्छ रखना होगा चुनौती
गणेश काला, सतपुली: नगर पंचायत के लिए पहली बार चुने जा रहे बोर्ड के लिए नयार की अविरल धा
गणेश काला, सतपुली: नगर पंचायत के लिए पहली बार चुने जा रहे बोर्ड के लिए नयार की अविरल धारा को स्वच्छ रखना बड़ी चुनौती साबित होगी। ग्राम पंचायत का अस्तित्व समाप्त कर नगर पंचायत बनी सतपुली का तमाम कचरा आज भी नयार किनारे ही ठिकाने लगाया जा रहा है। सतपुली में बसे बाहरी क्षेत्रों के मजदूरों के लिए भी नयार शौच निवृत्ति का सबसे बड़ा साधन बनी हुई है।
सतपुली सैंण और सतपुली मल्ली ग्राम पंचायतों को मिलाकर बनी नगर पंचायत के लिए यह पहला चुनाव है। भाजपा, कांग्रेस, उक्रांद के साथ ही यहां छह प्रत्याशी पहली अध्यक्ष बनने को चुनाव मैदान में हैं। सभी प्रत्याशियों के एजेंडे में सतपुली की स्वच्छता पहले पायदान पर है। अनियोजित निर्माण, संकरी गलियों के चलते यहां शुरू से ही जलनिकासी सबसे बड़ी चुनौती रही है। बरसात के साथ ही सामान्य दिनों में भी नालियों का गंदा पानी गलियों और सड़कों पर बहना आम बात है।
सतपुली का तमाम गंदा पानी आज भी नयार में प्रवाहित होकर उसकी स्वच्छ अविरल धारा को मैला कर रहा है। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण ने गंगा और उसकी सहायक नदियों में गंदगी बहाने पर सख्त पाबंदी लगाई हुई है। नयार तट पर बसे सतपुली में भी यह आदेश लागू है। लेकिन, यहां नयार से सटे करीब पांच दर्जन भवनों, होटलों के साथ ही पूरे बाजार का गंदा पानी आज भी सीधे नदी में समाहित हो रहा है। यहां बाहर से आकर मजदूरी और छोटा-मोटा काम करने वाले मजदूर नदी किनारे ही शौच कर उसे दूषित कर रहे हैं। यहां नदी तट से लगी बसावटों के सीवरेज निकासी के लिए पर्याप्त जगह न होने के कारण भी इस समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। सीवरेज ट्रीटमेंट और उसकी निकासी के लिए जगह की कमी ही आने वाले समय में यह सबसे बड़ी चुनौती साबित होगी।