अल्मोड़ा नहीं ले जा पाए बेस से मशीनें, विरोध
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल : भारी जन आक्रोश के चलते बेस अस्पताल श्रीकोट श्रीनगर से रोगि
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल :
भारी जन आक्रोश के चलते बेस अस्पताल श्रीकोट श्रीनगर से रोगियों के उपचार को लेकर प्रस्तावित अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के लिए मशीनें ले जाने का प्रयास गुरुवार असफल रहा। बेस अस्पताल से अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के लिए ईको और टीएमटी मशीनें ले जाने के लिए दो सदस्यीय टीम गुरुवार दोपहर में बेस अस्पताल पहुंची। क्षेत्र की जनता को घटना की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में लोगों ने बेस अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केपी ¨सह से इसका भारी विरोध कर घेराव किया। लोगों ने कहा कि अव्यवस्थाओं से दो-चार बेस अस्पताल की व्यवस्था को और नहीं बिगड़ने नहीं दिया जाए। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सर्जन डॉ. केपी ¨सह ने मशीनों को लेने के लिए अल्मोड़ा से आए टीम सदस्यों से कहा कि वह इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य से आदेश करवाएं। प्रभारी प्राचार्य डॉ. बेअंत ¨सह को जब इस घटना की सूचना मिली तो वह भी तुरंत बेस अस्पताल पहुंचे। जहां उन्हें भी भारी जन आक्रोश का सामना करना पड़ा। इस पर डॉ. बेअंत ¨सह ने लिखकर दिया कि जनता के भारी आक्रोश को देखते हुए संबंधित मशीनें नहीं दी जा सकती हैं। जिसके बाद ही अल्मोड़ा से आई टीम चली गई।
बेस अस्पताल से ईको और टीएमटी मशीनें अल्मोड़ा ले जाने के लिए दो सदस्यीय टीम अपने वाहन के साथ बेस अस्पताल श्रीकोट श्रीनगर पहुंची। इसकी सूचना मिलते ही क्षेत्र पंचायत के पूर्व सदस्य विभोर बहुगुणा, खिर्सू भाजपा मंडल के अध्यक्ष हयात ¨सह ¨झक्वाण, श्रीनगर भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेंद्र रावत, त्रिभुवन राणा, जगदीश भट्ट के नेतृत्व में बड़ी संख्या में जनता ने तत्काल बेस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. केपी ¨सह के कार्यालय पहुंचकर उनका घेराव भी कर दिया। आक्रोशित जनता ने कहा कि वह किसी भी स्थिति में बेस अस्पताल से मशीनों को नहीं ले जाने देंगे। चिकित्सा शिक्षा विभाग देहरादून के इस निर्णय से जनता काफी आक्रोशित भी थी। मेडिकल कालेज के प्रभारी प्राचार्य डा. बेअंत ¨सह और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. केपी ¨सह भारी जनआक्रोश को देखते हुए स्थिति को संभालने का प्रयास करते रहे। लेकिन जनता का आक्रोश और भीड़ बढ़ती रही। जिस पर अंतत: प्रभारी प्राचार्य डॉ. बेअंत ¨सह को लिखकर देना पड़ा कि भारी जनआक्रोश को देखते हुए यहां से मशीनें नहीं दे सकते।