श्रीनगर में मेडिकल कालेज के सात डाक्टर समेत 24 संक्रमित, बेस अस्पताल में पांच कोरोना संक्रमित बच्चे भी भर्ती
कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को श्रीनगर में मेडिकल कालेज के सात चिकित्सकों सहित कुल 24 कोरोना संक्रमित मिले। इनमें आठ बेस अस्पताल श्रीकोट श्रीनगर के लैब टेक्नीशियन और स्टाफ नर्स शामिल हैं। बेस अस्पताल के कोरोना वार्ड में आठ कोरोना संक्रमित भर्ती हैं।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को श्रीनगर में मेडिकल कालेज के सात चिकित्सकों सहित कुल 24 कोरोना संक्रमित मिले। इनमें आठ बेस अस्पताल श्रीकोट श्रीनगर के लैब टेक्नीशियन और स्टाफ नर्स शामिल हैं। 24 कोरोना मिले कोरोना संक्रमितों में से श्रीकोट गंगानाली के चार, कोटेश्वर कॉलोनी का एक, चौरास का एक और रुद्रप्रयाग के दो शामिल हैं। बेस अस्पताल के कोरोना वार्ड में आठ कोरोना संक्रमित भर्ती हैं।
बच्चे भी कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। बेस अस्पताल के बाल रोग विभाग के वार्ड में पांच कोरोना संक्रमित बच्चे भर्ती हैं। श्रीनगर मेडिकल कालेज में बाल रोग विभाग के अध्यक्ष प्रो. ब्यास कुमार राठौर ने कहा कि चार बच्चे इलाज के बाद ठीक होने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। कोरोना संक्रमित मिले इन बच्चों में आठ महीने से लेकर डेढ़ साल तक के बच्चे शामिल हैं। जिस कारण उनके माता-पिता भी उनके साथ ही वार्ड में रह रहे हैं।
श्रीनगर मेडिकल कालेज के जर्नल मेडिसन विभाग के अध्यक्ष और कोरोना के नोडल आफिसर डा. केएस बुटोला ने कहा कि जिन मरीजों में कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं उन्हें कोविड 19 टेस्ट करवाने की कोई जरूरत नहीं है। कोरोना का यह वेरियंट हल्के लक्षण वाला है। इनका होम आइसोलेशन का समय सात दिन का है। श्रीनगर मेडिकल कालेज में कोरोना रोगियों के इलाज के लिए सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं। बेस अस्पताल के जनसंपर्क अधिकारी अरुण बडोनी ने कहा कि बेस अस्पताल के हर विभाग और ओपीडी को लगातार सैनिटाइज भी किया जा रहा है। अस्पताल आने वाले सभी मरीजों और तीमारदारों से हर समय मास्क पहनने और एक-दूसरे से शारीरिक दूरी बनाए रखने को लेकर उन्हें बराबर जागरूक भी किया जाता है।
निश्शुल्क शिविर में 300 मरीजों का हुआ परीक्षण
गोपेश्वर: भारत तिब्बत सीमा पुलिस ने भारत तिब्बत चीन सीमा से लगे गांवों में निश्शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवाइयां वितरित की।
भारत तिब्बत सीमा पुलिस ने सीमा की सुरक्षा के साथ सीमा क्षेत्र के गांवों में द्वितीय रक्षा पंक्ति का कार्य करने वाले ग्रामीणों की सुविधाओं का भी ध्यान रखा जाता है। आइटीबीपी ने सीमा से लगे गांव लाता, रैंणी, पैंग आदि गांवों में निश्शुल्क शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 300 ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निश्शुल्क दवाइयां वितरित की गई। इस दौरान ग्रामीणों ने आइटीबीपी के कार्यों की सराहना की गई। ग्रामीणों ने कहा कि सरहदों की रक्षा के साथ जिस प्रकार आइटीबीपी ग्रामीणों का ख्याल रख रही है वह सराहनीय है।
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