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हल्द्वानी व कोटाबाग ब्लाक के 68 पेयजल प्रस्तावों के काम लटके, ठेकेदारों के समानांतर दर निविदा को अफसरों ने किया निरस्त

हल्द्वानी व कोटाबाग ब्लाक में हर घर नल से जल पहुंचाने के लिए स्वीकृत हुए 634 लाख रुपये के 68 प्रस्तावों पर काम लटक गया है। ठेकेदारों के समानांतर दर निविदा में गड़बड़ी की वजह से निरस्त कर दिया गया है।

By Prashant MishraEdited By: Published: Thu, 06 May 2021 06:20 AM (IST)Updated: Thu, 06 May 2021 06:20 AM (IST)
हल्द्वानी व कोटाबाग ब्लाक के 68 पेयजल प्रस्तावों के काम लटके, ठेकेदारों के समानांतर दर निविदा को अफसरों ने किया निरस्त
जल्द नए सिरे से निविदा के लिए ठेकेदारों को आमंत्रित किया जाएगा।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : जल जीवन मिशन के तहत हल्द्वानी व कोटाबाग ब्लाक में हर घर नल से जल पहुंचाने के लिए स्वीकृत हुए 634 लाख रुपये के 68 प्रस्तावों पर काम लटक गया है। ठेकेदारों के समानांतर दर निविदा में गड़बड़ी की वजह से अफसरों की काफी माथापच्ची के बाद भी निर्णय नहीं निकलने पर निविदा को निरस्त कर दिया गया है। अब जलसंस्थान जल्द नए सिरे से समानांतर दर निविदा की कार्रवाई करेगा।

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जल जीवन मिशन के तहत पूरे राज्य के ग्रामीण इलाकों में पेयजल योजनाओं के प्रस्ताव बनाए जा रहे हैं। जिला जल एवं स्वच्छता मिशन से प्रस्तावों को हरी झंडी मिलने पर हर घर को नल से जोडऩे के लिए काम कराए जा रहे हैं। जलसंस्थान के नैनीताल डिवीजन ने इस मिशन की शुरुआत से ही समानांतर दर निविदा पद्धति अपनायी थी। इस पद्धति में निविदा कर ठेकेदारों से उनकीदरें ली जाती हैं। जिस ठेकेदार की दरें सबसे कम होते हैं, उसी दरों काम करने के लिए अन्य प्रतिभागी ठेकेदारों को आमंत्रित किया जाता है। इस पद्धति से बार-बार निविदाएं आमंत्रित करने के झंझट से मुक्ति मिल जाती है। धीरे-धीरे जलसंस्थान व जल निगम के सभी डिवीजनों ने इसी पद्धति को अपना लिया है। वहीं जलसंस्थान के हल्द्वानी डिवीजन ने भी निविदा आमंत्रित कर कोटाबाग व हल्द्वानी ब्लाक के लिए ठेकेदारों से दरें मांगी।

14 ठेकेदारों ने इस निविदा में प्रतिभाग किया। इसमें अंकों व शब्दों में दरें लिखने पर ठेकेदारों ने त्रुटियां कर दीं। वहीं महकमे ने जिसमें कम दरें लिखी थी, उसे ही माना। इसके बाद ठेकेदारों को इन दरों पर काम करने के लिए आमंत्रित किया गया। बाजार में पाइप के दाम बेतहाशा बढऩे व दरें काफी कम होने से सभी ठेकेदारों ने काम करने में हाथ खड़े कर दिए। वहीं जलसंस्थान ने घटी दरों में संशोधन के प्रयास किए, जिसे आला अफसरों ने इनकार कर दिया। जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता संजय श्रीवास्तव ने बताया कि आला अफसरों की आपत्ति पर समानांतर दर निविदा को निरस्त कर दिया गया है। जल्द नए सिरे से निविदा के लिए ठेकेदारों को आमंत्रित किया जाएगा।

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