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गौलापार में प्रस्तावित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट निर्माण का काम पांच माह से बंद

रुद्रपुर-हल्द्वानी कलस्टर के लिए गौलापार में प्रस्तावित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट (एसडब्ल्यूएम) प्लांट का काम पांच माह से बंद है।

By Edited By: Published: Mon, 22 Jun 2020 03:12 AM (IST)Updated: Mon, 22 Jun 2020 09:28 AM (IST)
गौलापार में प्रस्तावित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट निर्माण का काम पांच माह से बंद
गौलापार में प्रस्तावित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट निर्माण का काम पांच माह से बंद

हल्द्वानी, जेएनएन : रुद्रपुर-हल्द्वानी कलस्टर के लिए गौलापार में प्रस्तावित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट (एसडब्ल्यूएम) प्लांट का काम पांच माह से बंद है। लंबे इंतजार के बाद पिछले साल अगस्त में शुरू हुआ प्लांट का सिविल वर्क लॉकडाउन में बंद हो गया। अब मजदूरों की कमी कार्य शुरू नहीं होने की वजह बताया जा रहा है। ऐसे में स्थानीय लोग दुश्वारी झेल रहे हैं।

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हल्द्वानी-रुद्रपुर समेत सात निकायों के कचरे के निस्तारण के लिए गौला किनारे स्थित रोखड़ में 33.97 करोड़ की लागत में एसडब्ल्यूएम प्लाट बनाया जाना प्रस्तावित है। पहले चरण में सिविल वर्क का काम किया जा रहा है। दूसरे राज्यों के प्लाटों का अध्ययन करने के बाद यह तथ्य सामने आया है कि कंपोस्ट आधारित प्लाट चलाने के लिए बड़ी पूंजी की आवश्यकता होती है। प्लांट से निकलने वाले बायोप्रोडक्ट की हल्द्वानी व उसके आसपास खपत नहीं होने से अधिकारी इससे हिचकिचा रहे हैं। इसे देखते हुए प्लांट के कचरे से बिजली बनाने का प्लांट लगाने का विचार किया गया।

सूत्रों की मानें तो रुद्रपुर-हल्द्वानी कलस्टर की कार्यकारी कमेटी ने प्लांट के स्वरूप में बदलाव के लिए शासन की स्वीकृति को फाइल भेजी है। शासन मंजूरी देता है तो प्लांट के लिए इंतजार बढ़ सकता है। क्योंकि इसके लिए डीपीआर संशोधित करनी होगी। पुनíनर्माण आदि में भी अतिरिक्त समय लगेगा। फिलहाल शासन के जवाब का इंतजार है।

कूड़ा पृथक्करण भी बड़ी चुनौती

कंपोस्ट प्लाट के लिए जैविक-अजैविक कचरे का पृथक्करण जरूरी है। निगम के काफी प्रयास के बाद भी लोग एक साथ कचरा दे रहे हैं। एनर्जी प्लाट होने से कूड़ा अलग-अलग करने की जरूरत नहीं होगी। इसको देखते हुए भी निगम एनर्जी आधारित प्लाट निर्माण के पक्ष में है।

जानिए क्या कहते हैं जिम्मेदार

डॉ. मनोज काडपाल, नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि ट्रीटमेंट प्लांट को वेस्ट टू एनर्जी अधारित बनाने की संभावना के संबंध में शासन को पत्र लिखा भेजा गया था। कोरोना काल के चलते इस संबंध में बात आगे नहीं बढ़ पाई। उम्मीद है जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा। नवन नौटियाल, सहायक अभियंता नगर निगम ने बताया कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट ट्रीटमेंट प्लांट का सिविल वर्क पिछले वर्ष शुरू हो गया था। बाउंड्री वॉल तैयार है। प्लांट क्षेत्र में पाथ, गार्ड रूम आदि बनना है। फिलहाल मजदूरों की वजह से काम रुका है।


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