गरमपानी में थुआ के जंगल में लकड़ी तस्कर सक्रिय, संरक्षित प्रजाति के तून तथा चीड़ के पेड़ों पर चलाई आरी
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे थुआ के जंगल में लकड़ी तस्कर सक्रिय हो गए हैं। जंगल में संरक्षित प्रजाति के तून तथा चीड़ के करीब दस से ज्यादा पेड़ों पर आरी चला दी गई है। लकड़ी तस्करों ने अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे जंगल को निशाने पर लिया है।
जागरण संवाददाता, गरमपानी (नैनीताल) : वन विभाग के लाख दावों के बावजूद जंगलों की दुश्मन हरे भरे पेड़ों को नहीं छोड़ रहे। थुआ के जंगल में लकड़ी तस्कर सक्रिय हो गए है। हाइवे से सटे जंगल में तून व चीड़ के पेड़ काट डाले गए है। मामले की सूचना पर वनक्षेत्राधिकारी मुकुल शर्मा ने जांच बैठा दी है।
बेतालघाट ब्लॉक के चौर्सा गांव में बांज के पेड़ों पर आरी चलाए जाने के मामले का अभी खुलासा भी नहीं हो सका था कि अब अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे थुआ के जंगल में लकड़ी तस्कर सक्रिय हो गए हैं। जंगल में संरक्षित प्रजाति के तून तथा चीड़ के करीब दस से ज्यादा पेड़ों पर आरी चला दी गई है। इस बार लकड़ी तस्करों ने अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे जंगल को निशाने पर लिया है। खासकर ऐसी जगह चुनी गई है जहां कोई आता जाता तक नहीं है।
सुनसान इलाके में पेड़ काट ठिकाने भी लगा दिए गए हैं। जंगल में काटे गए पेड़ के ठूट छोडे गए है। जो जंगल में चल रहे पेड़ कटान की गवाही दे रहे है। जंगलात क्षेत्र में अवैध कटान का खेल लंबे समय से चलने की आंशका भी जताई जा रही है। हालांकि वन विभाग समय-समय पर जंगल में कांबिंग करने के दावे करता है। लकड़ी तस्कर कब पेड़ काट ठिकाने लगा दे रहे हैं वन विभाग के गश्ती दल को इसकी भनक तक नही लग रही। मामले की सूचना से वन विभाग में हड़कंप मच गया है।
वन विभाग के रेंजर मुकुल शर्मा के अनुसार मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं। रेंजर शर्मा ने बताया कि मामले में लिप्त लोगों को कतई बख्शा नहीं जाएगा। पेड़ काटने वालों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।