समूह में सब्जियों का उत्पादन करेंगी महिलाएं, उद्दान विभाग ने एक करोड़ 30 लाख का भेजा प्रस्ताव
महिलाओं को अब खेती-बाड़ी से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। उद्यान विभाग की ओर से उन्हें बीज पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे। महिलाएं ग्रुप में गांवों में सब्जी का उत्पादन करेंगी।
रुद्रपुर, बृजेश पांडेय : महिलाओं को अब खेती-बाड़ी से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। उद्यान विभाग की ओर से उन्हें बीज, पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे। महिलाएं ग्रुप में गांवों में सब्जी का उत्पादन करेंगी। उनके उत्पाद को मंडी का वाहन खरीदने आएगा। ऐसे में उन्हें बाजार के लिए भटकना नहीं पडे़गा।
उद्यान विभाग की ओर से सब्जी उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए जिला योजना से करीब एक करोड़ 30 लाख का प्रस्ताव भेजा गया है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को बीज और पौधे उद्यान विभाग उपलब्ध कराएगा। इस योजना के लिए पुरुष किसान के अलावा महिलाओं पर अधिक फोकस रहेगा। सब्जी उत्पादन के लिए किसी एक महिला को नहीं बल्कि महिलाओं के समूह को आगे लाया जाएगा।
एक साथ आठ से 10 महिलाओं का समूह थोक में सब्जियों का उत्पादन करेगा। इसके लिए कद्दू, मूली, धनिया, टमाटर, आलू, गोभी, प्याज, लहसुन सहित अन्य सब्जियों की उच्च गुणवत्ता वाले बीज व पौधे विभाग की ओर से उपलब्ध कराए जाएंगे। जिसका महलाओं को अच्छा-खासा मुनाफा मिल सके। भूमि की व्यवस्था समूह को व निजी रूप करनी होगी।
महंगी बिकने वाली सब्जियां बनेंगी अाधार
सामान्यत: बिकने वाली सब्जियाें के अलावा मौसमी सब्जी की पैदावार होगी। लेकिन इसके साथ ही ऐसी सब्जियों की रोपाई होगी जो बाजार में अच्छे दामों पर बिकती होते हैं, जिसमें खासकर परवल, बीन्स, टमाटर, लहसुन आदि शामिल हैं।
निश्शुल्क बीज और पौधे दिए जाएंगे
महिलाओं को सब्जी उत्पादन के लिए आगे लाने के लिए उद्यान विभाग उन्हें निश्शुल्क बीज, पौधे उपलब्ध कराएगा। इसके अलावा यदि उन्हें पैसों की आवश्यकता होगी तो बैंक से मदद ली जाएगी। जिला उद्यान अधिकारी ऊधम सिंह नगर हरिश्चंद्र तिवारी ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रवासियों को और खासकर महिलाओं को खेती के लिए बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस बार बजट बढ़ाई गई है। जिससे ठंड का सीजन नजदीक है पैदावार भी सब्जियों की अच्छी खासी होगी। इसके लिए महिला समूहों का चयन किया जाएगा।
मंडी से रहेगा सीधा संपर्क
हर गांव से सब्जियों की थोक बिक्री होगी। इसके लिए सीधा मंडी से संपर्क रहेगा। बीचौलिए के माध्यम से सब्जियां नहीं पहुंचाई जाएंगी। समूह के माध्यम से अधिक मात्रा में सब्जी की बुआई करने से पैदावार भी अच्छी होगी। जिससे महिलाएं आपस में लाभ शेयर करेंगी।