Vat Savitri 2021 : अखंड सौभाग्य की कामना और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प, दैनिक जागरण की मुहिम को मिला अपार समर्थन
अखंड सौभाग्य की कामना के साथ पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया। दैनिक जागरण की मुहिम को महिलाओं का खूब साथ मिला। हल्द्वानी ही नहीं आसपास के गांवों के अलावा जिले के विभिन्न हिस्सों से प्राप्त बरगद का पौधा लगाते तस्वीरों ने हमारी अपेक्षा व प्रयासों को सार्थक कर दिया।
जागरण संवादददाता, हल्द्वानी : उमंग और आस्था का दिन। मन में अथाह उल्लास। पारंपरिक परिधानों में सजी सुहागिनों के लिए इस बार का वट सावित्री व्रत खास रहा। अखंड सौभाग्य की कामना के साथ पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया। दैनिक जागरण की मुहिम को महिलाओं का खूब साथ मिला। हल्द्वानी ही नहीं, आसपास के गांवों के अलावा जिले के विभिन्न हिस्सों से प्राप्त हुई बरगद का पौधा लगाते तस्वीरों ने हमारी अपेक्षा व प्रयासों को सार्थक कर दिया। हल्द्वानी में गुरुवार सुबह जब सुहागिनें अपने घर, खेत, पार्क आदि में बरगद लगा रही थीं, प्रकृति बूंदाबांदी के रूप में आभार करती प्रतीत हो रही थी। सामाजिक सरोकारों के लिए प्रतिबद्ध दैनिक जागरण की मुहिम इस कदर पसंद आई कि कई महिलाओं ने पांच साल तक वट सावित्री के दिन पौधा लगाने का संकल्प लिया।
कुछ साल घर पर करेंगे देखरेख
गमले में बरगद लगाती महिलाओं ने अगले एक-दो वर्षों तक पौधे की देखरेख करने के बाद नजदीक के स्कूल परिसर, मंदिर, पार्क या जंगल में लगाने का संकल्प लिया। पौधे की नियमित देखरेख करेंगे, ताकि भविष्य में बड़े होकर वह आने वाली पीढिय़ों को प्राणवायु प्रदान करें।
बुजुर्गों ने सराही जागरण की मुहिम
पर्यावरण बचाने व सेहत सुधारने की मुहिम को बुजुर्गों ने काफी सराहा। पनियाली में महिलाओं ने सावित्री पूजन से पहले सामूहिक रूप से बरगद लगाया। फूलचौड़ शिव मंदिर परिसर में सामूहिक रूप से पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
स्मृति को सहेजा
वन दरोगा डिकर सिंह ने अपनी स्व. पत्नी मुन्नी देवी की स्मृति में कड़ापानी वन परिसर चोरगलिया में वट का पौधा लगाया। उन्होंने कहा कि अपनों की यादों को सहेजने का इससे बेहतर कुछ और नहीं हो सकता।
पटेल चौक में सामूहिक पूजन
वट सावित्री पर सुहागिनों ने व्रत रखकर विधि विधान के साथ पूजन किया। वट वृक्ष पर कलावा लपेटकर पूजा की। सावित्री व सत्यवान की कथा सुनी। पटेल चौक पर महिलाओं ने सामूहिक पूजन किया। घरों में भी पूजन किया गया।
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