पेट्रोल पंप व संपत्तियों का व्यावसायिक उपयोग से बढ़ाएंगे आय
कुमाऊं मंडल विकास निगम निदेशक मंडल ने कोरोना काल में निगम को हुए करीब 20 करोड़ घाटे की भरपाई के लिए तलाश नए विकल्पों पर मुहर लगा दी है।
जासं, नैनीताल : कुमाऊं मंडल विकास निगम निदेशक मंडल ने कोरोना काल में निगम को हुए करीब 20 करोड़ घाटे की भरपाई के लिए तलाशे नए विकल्पों पर मुहर लगा दी है। बोर्ड ने कुमाऊं में विभिन्न स्थानों पर 23 पेट्रोल पंप स्थापित करने, अनुपयोगी पर्यटक आवास गृहों का व्यावसायिक उपयोग करने तथा आबादी वाले स्थानों से गैस गोदाम हटाने व गोदाम वाली भूमि के व्यावसायिक उपयोग के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है।
सोमवार को टीआरसी सूखाताल में निगम अध्यक्ष केदार जोशी की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रबंध निदेशक रोहित मीणा ने निगम की वित्तीय हालत की रिपोर्ट पेश करने के साथ ही आय सृजन के नए प्रस्ताव पेश किए। जिन्हें चर्चा के बाद पारित कर दिया गया। जीएम अशोक जोशी ने बताया कि निदेशक मंडल ने नैनीताल जिले के रामनगर व ढिकुली, भीमताल, भवाली, हल्द्वानी, धानाचूली, खैरना, अल्मोड़ा जिले में रानीखेत, अल्मोड़ा, मासी, ताड़ीखेत, चौखुटिया, चम्पावत, पिथौरागढ़ में चौकोड़ी, थल गोचर, राइआगर, सतगढ़, ऊधमसिंह नगर जिले में रुद्रपुर व सिडकुल, सितारगंज, बागेश्वर में कांडा व कपकोट में पेट्रोल पंप लगाने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई। चेयरमैन जोशी ने बताया कि कोविड-9 के काल में निगम को अब तक करीब 20 करोड़ का घाटा हो चुका है। घाटे को देखते हुए पिछली बोर्ड के अस्थायी कर्मचारियों के मानदेय में मासिक एक हजार की बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। इससे करीब पांच सौ अस्थायी कर्मी प्रभावित होंगे। वित्तीय स्थिति बेहतर होने पर इस फैसले को लागू किया जाएगा। पर्यटन की दृष्टि से अनुपयोगी हो चुकी टीआरसी भवाली, काशीपुर का व्यावसायिक उपयोग करने को भी हरी झंडी दी गई। इसके अलावा निगम की रुद्रपुर, चम्पावत समेत अन्य स्थानों पर जमीन के भी व्यावसायिक उपयोग किया जाएगा। आबादी वाले स्थानों के गैस गोदाम दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा। फिर खाली गोदाम वाले स्थानों का व्यावसायिक उपयोग किया जाएगा।
बैठक में ये रहे मौजूद
निगम उपाध्यक्ष रेनू अधिकारी, जीएम अशोक जोशी, कंपनी सचिव नवीन कुमार, वित्त अधिकारी त्रिलोचन जोशी, निदेशक कुंदन बिष्ट, राम सिंह कोरंगा, तारा चंद्र पांडे आदि थे।