सर्वर हुआ डाउन तो ठेकेदारों ने आपस में खोल लिया टेंडर, 15 दुकानों के लिए आमंत्रित की गई थी निविदाएं
मंगलवार को निविदा जमा करने के अंतिम समय में सर्वर डाउन हो गया। उसके बाद जैसे ही समय पूरा हुआ तो ठेकेदारों ने आपसी बातचीत में टेंडर धनराशि बताने लगा। ठेकेदारों ने इसका विरोध किया तो विभाग ने टेंडर समय को बढ़ाकर छह बजे कर दिया।
जागरण संवाददाता, चम्पावत : जनपद की 15 शराब की दुकानों के लिए मंगलवार को निविदा जमा करने के अंतिम समय में सर्वर डाउन हो गया। उसके बाद जैसे ही समय पूरा हुआ तो ठेकेदारों ने आपसी बातचीत में टेंडर धनराशि बताने लगा। ठेकेदारों ने इसका विरोध किया तो विभाग ने टेंडर समय को बढ़ाकर छह बजे कर दिया। जबकि मंगलवार को तीन बजे डीएम की अध्यक्षता में टेंडर की तकनीकि निविदा खोली जानी थी।
प्रदेश में पहली बार एक साल के बजाय दो साल के लिए टेंडर किए जा रहे हैं। इससे दो वर्ष में (2021-22 में 53 करोड़ और 2022-23 में 57 करोड़) 110 करोड़ की कमाई आबकारी विभाग को होगी। इनमें विदेशी की सात व देशी शराब की आठ दुकानें शामिल हैं। इस बार शराब के ठेके लॉटरी के जरिए दो वित्तीय वर्ष के लिए होंगे। जनपद में इसी के तहत मंगलवार को 15 शराब की दुकानों के लिए तीन बजे डीएम विनीत तोमर की अध्यक्षता में तकनीकि निविदा खोली जानी थी। निविदा जमा करने का समय एक बजे तक था लेकिन अंतिम समय में सरकार की टेंडर वेबसाइट का सर्वर डाउन हो गया।
वेबसाइट के मेंटीनेंस में चले जाने से निविदा का समय समाप्त हो गया। इस दौरान निविदा डालकर निविदा खुलने का इंतजार कर रहे ठेकेदारों ने आपस में वित्तीय निविदा आपस में बतानी शुरू कर दी। जिससे ठेकेदारों में आपसी हड़कंप मच गया। जिसे देख विभाग ने निविदा जमा करने का समय बढ़ा दिया। एक बजे के समय को छह बजे तक कर दिया गया। छह बजे बाद निविदा खोली गई। हालांकि जिला आबकारी अधिकारी तपन पांडेय ने बताया कि सर्वर डाउन होने के चलते निविदा का समय बढ़ाया गया। ठेकेदार आपस में जो चाहे बोलें उससे कोई फर्क नहीं पड़ता। कई ठेकेदारों ने निविदाएं पुन: डाली हैं। तकनीकि निविदा खुलने के बाद बुधवार को वित्तीय निविदा खोली जाएगी। वित्तीय वर्ष 2020-21 में जनपद से 44.90 करोड़ का राजस्व आबकारी विभाग को मिला था।
इन दुकानों की होनी है नीलामी
विदेशी शराब : चम्पावत, लोहाघाट, टनकपुर, बनबसा, पाटी, देवीधुरा और बृजनगर
देशी शराब : टनकपुर, लोहाघाट, चम्पावत, बनबसा, पुल्ला, भिंगराड़ा, बाराकोट और चल्थी
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