Kumaon Weather Update : आज से मजबूत होगा पश्चिमी विक्षोभ, पर्वतीय जिलों में गरज के साथ बौछार पड़ने के आसार
शुक्रवार को कुमाऊं में बादलों की आवाजाही रही लेकिन बारिश नहीं हुई। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा है कि मजबूत वेस्टर्न डिस्टर्वेस के चलते अगले चार दिन कुमाऊं के पर्वतीय जिलाें में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : पिछले दो दिनों से सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ शनिवार से मजबूत होने की संभावना है। शुक्रवार को कुमाऊं में बादलों की आवाजाही रही, लेकिन बारिश नहीं हुई। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा है कि मजबूत वेस्टर्न डिस्टर्वेस के चलते अगले चार दिन कुमाऊं के पर्वतीय जिलाें में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है। उच्च हिमालयी चोटियों पर हिमपात होने से तापमान में गिरावट आएगी। मैदानी इलाकों में अपेक्षाकृत बारिश की मात्रा व दायरा कम रहने की संभावना है। हालांकि नैनीताल व ऊधमिसंह नगर जिलों के मैदानी हिस्सों में कुछ जगहों पर हल्की बारिश या गरज के साथ बौछार पड़ सकती है। 31 मई व एक जून को मैदानी इलाकों में कहीं कहीं पर 40 किमी प्रति घंटे तक की गति से चलने वाली झोंकेदार हवा परेशान कर सकती है।
गर्मी से राहत देने वाला रहेगा सप्ताह
मई आखिरी सप्ताह झुलसाने वाली गर्मी पड़ती है। जून पहले पखवाड़े भी मौसम का यही हाल रहता है। गर्मी के लिहाज से इस बार मौसम राहत देने वाला रहा है। हल्द्वानी में अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम बना हुआ है। शुक्रवार को हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 34.9 डिग्री व न्यूनतम 23.6 डिग्री सेल्सियस रहा। सरोवरनगरी नैनीताल में अधिकतम तापमान 23 डिग्री पहुंच रहा है। रात में 15.5 डिग्री तापमान राहत दे रहा है। हिल स्टेशन मुक्तेश्वर में पारा और भी नीचे पहुंच रहा है।
शुक्रवार का अधिकतम तापमान 21.3 डिग्री व न्यूनतम 14.6 डिग्री रहा। अल्मोड़ा का तापमान थोड़ा बड़ा हुआ है। यहां दिन का पारा 32 डिग्री तो रात में 19 डिग्री पहुंच रहा है। चम्पावत में अधिकतम तापमान 26 डिग्री, न्यूनतम 15 डिग्री रहा। पिथौरागढ़ में अधिकतम व न्यूनतम तापमान क्रमश: 27.7 डिग्री व 17.8 डिग्री बना हुआ है। मौसम विज्ञानी रोहित थपलियाल का कहना है कि दो जून तक तापमान में विशेष बदलाव की संभावना नहीं है। गर्मी के लिहाज से मौसम राहत देने वाला रहेगा।
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें