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सप्ताह भर पहले बने दोस्त से मिलने गए थे, दोनों की मौत से स्वजन स्तब्ध, रुद्रपुर ट्रेन हादसा प्रकरण

मनीष कुमार (25) पुत्र कृपाल राम शुक्रवार की सुबह घर में सिर्फ दीदी को बताकर हल्द्वानी निकले थे। हालांकि दीदी को भी हल्द्वानी जाने की वजह नहीं बताई। लोकेश तिवारी (35) पुत्र दिनेश चंद्र तिवारी के पड़ोसियों ने बताया कि रुद्रपुर में उनका परिवार वहीं रहता है।

By Prashant MishraEdited By: Published: Sat, 04 Dec 2021 05:39 PM (IST)Updated: Sat, 04 Dec 2021 05:39 PM (IST)
सप्ताह भर पहले बने दोस्त से मिलने गए थे, दोनों की मौत से स्वजन स्तब्ध, रुद्रपुर ट्रेन हादसा प्रकरण
सुबह पिता कृपाल पड़ोसियों के साथ रुद्रपुर के लिए रवाना हुए। बाद में उन्हें बेटे की मौत का पता चला।

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : रुद्रपुर में बीते शुक्रवार की देर रात रेलवे ट्रैक के पास ट्रेन की चपेट में आकर मृतक दोनों अल्मोड़़ा के युवकों की दोस्ती नई-नई थी। स्वजनों के अनुसार उनकी दोस्ती को सप्ताह भर का ही समय हुआ था। यहां तक मनीष के स्वजन उसके नए दोस्त लोकेश को बहुत अच्छे से जानते भी नहीं थे।

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रुद्रपुर के शांति विहार रेलवे ट्रैक के पास ट्रेन की चपेट में आए अल्मोड़ा के सरकार की आली निवासी मनीष कुमार (25) पुत्र कृपाल राम शुक्रवार की सुबह घर में सिर्फ दीदी को बताकर हल्द्वानी निकले थे। हालांकि दीदी को भी हल्द्वानी जाने की वजह नहीं बताई। शाम करीब साढ़े आठ बजे दीदी को कॉल करके बताया कि वह रामपुर अपने दोस्त के साथ है। रात में साढ़े 11 बजे रुद्रपुर से पुलिस ने स्वजनों को दूरभाष के माध्यम से मनीष के ट्रेन की चपेट में आकर घायल होने की सूचना दी। सुबह पिता कृपाल पड़ोसियों के साथ रुद्रपुर के लिए रवाना हुए। बाद में उन्हें बेटे की मौत का पता चला।

उधर, दूसरे मृतक मूल रूप से एडम्स स्कूल के समीप निवासी लोकेश तिवारी (35) पुत्र दिनेश चंद्र तिवारी के पड़ोसियों ने बताया कि रुद्रपुर में मकान बनाने के बाद से उनका परिवार वहीं रहता है। कभी-कभी ही वह आते हैं। लेकिन कुछ दिनों से मृतक लोकेश अल्मोड़ा ही था। दोनों दोस्तों के एक साथ ही रुद्रपुर जाने की संभावना जताई जा रही है।

घर का इकलौता चिराग तो मनीष घर में था सबसे लाडला

नगर से लगे सरकार की आली निवासी मृतक मनीष के पिता कृपाल राम अल्मोड़ा वन विभाग में कार्यरत हैं। जबकि लाेकेश के पिता दिनेश जल निगम से सेवानिवृत्त हैं। मनीष चार भाई-बहनों में सबसे छोटा था। वहीं लोकेश तीन बहनों का एक लौता भाई था। उधर लोकेश के पड़ोसियों और किराएदारों को भी उसकी मौत की जानकारी नहीं थी।

भाजयुमो के पूर्व सोशल मीडिय प्रभारी था मनीष

सरकार की आली निवासी मनीष अपने दोस्तों के साथ राजनीति गतिविधियों में भी आगे रहते थे। स्वजनों ने बताया कि वह भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सोशल मीडिया प्रभारी रहे हैं। जबकि इस बार भी उन्हें भाजयुमो में पदाधिकारी बनाए जाने की योजना थी।


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