Move to Jagran APP

भीमताल में पानी के लिए त्राहि-त्राहि

भीमताल : बरसात न होने और गर्मी के कारण भीमताल में पानी का संकट गहरा गया है। पिछले दिनों जहां एक ट

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jun 2018 06:45 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jun 2018 06:45 PM (IST)
भीमताल में पानी के लिए त्राहि-त्राहि
भीमताल में पानी के लिए त्राहि-त्राहि

भीमताल : बरसात न होने और गर्मी के कारण भीमताल में पानी का संकट गहरा गया है। पिछले दिनों जहां एक ट्यूबवेल सूख गया, वहीं बाकी दो में पचास प्रतिशत से भी कम पानी बचा है। अभी कुछ दिनों तक बरसात न होने पर परेशानी और बढ़ने की आशंका है।

loksabha election banner

भीमताल में पिछले कई दिनों से पानी का संकट बना हुआ है। अब गोलू धार के जल संस्थान का ट्यूबवेल सूखने से स्थिति और गंभीर हो गई है। अब विभाग यहां डोब ल्यौशाल के ट्यूबवेल से पानी की आपूर्ति कर रहा है। ऐसे में लोड बढ़ने से डोब ल्यौशाल के पंप का जलस्तर भी गिरता जा रहा है। फिर भी पानी के दबाव को देखते हुए विभाग ने इस पंप को चार घंटे के स्थान पर अब दिन में 14 घंटे चलाना प्रारंभ कर दिया है। भीमताल के विकास भवन स्थित ट्यूबवेल की क्षमता भी लगातार कम होने से विकास भवन और इसके आवासीय परिसर में पानी सप्लाई पर असर पड़ा है। वहीं भीमताल के थाने के बगल लगे ट्यूबवेल की क्षमता भी अस्सी प्रतिशत तक कम हो गई है, जिससे इस ट्यूबवेल से लाभांवित उपभोक्ताओं को पानी मिलने में कठिनाई हो रही है। लोग अब बाहर से पानी लाने को मजबूर हैं। वहीं भीमताल के मुख्य जल स्रोत भिकानापानी जल स्रोत, भक्त्यूड़ा जल स्रोत पूरी तरह सूख गए हैं।

वर्जन

एक ट्यूबवेल सूख गया है। अन्य की भी क्षमता कम हुई है। भीमताल नगर के दो जल स्रोत भी पूरी तरह सूख गए हैं। भविष्य में पानी की किल्लत होने पर विभाग ने टैंकरों से पानी वितरित करने की व्यवस्था भी की है।

- अनिल परिहार, कनिष्ठ अवर अभियंता इनसेट

ट्यूबवेल की स्थिति

ट्यूबवेल का नाम पहले क्षमता वर्तमान में क्षमता

विकास भवन 300 लीटर 100 लीटर

थाने के बगल में 1000 लीटर 200 लीटर

गोलूधार 200 लीटर पूर्णतय सूख गया है

डोब ल्यौशाल 400 लीटर वर्तमान में समस्या को देखते हुए पंप 14 घंटे संचालित है

(नोट : क्षमता लीटर प्रति मिनट में है।)


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.