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झील के लिए वरदान बन बरसे बदरा

मानसून में औसत से कम बरसे बदरा शीतकाल में खूब मेहरबान है। बीते एक माह नैनीताल झील का जलस्तर बढ़ा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 06:58 AM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 06:58 AM (IST)
झील के लिए वरदान बन बरसे बदरा
झील के लिए वरदान बन बरसे बदरा

जासं, नैनीताल : मानसून में औसत से कम बरसे बदरा शीतकाल में खूब मेहरबान है। बीते एक माह में तीसरी बार बर्फबारी के साथ ही कई बार बारिश हो चुकी है। बर्फबारी और बारिश से जनजीवन प्रभावित हो रहा तो वहीं नैनी झील के लिए यह बारिश वरदान साबित हो रही है। नए साल में अभी तक कुल 80 मिमी बारिश हो चुकी है। वहीं शुक्रवार को 50.4 मिमी बारिश दर्ज की गई। जिससे झील का जलस्तर पांच इंच बढ़कर छह फीट आधा इंच पहुंच गया है। जोकि बीते वर्ष से महज डेढ़ इंच कम है। शहर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हुई बर्फबारी के बाद जलस्तर और सुधरने की उम्मीद है। बारिश ने तोड़ा पांच वर्ष का रिकॉर्ड

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पिछले साल मानसून में कम हुई बारिश और झील के गिरते जलस्तर से चिंता में पड़े शासन प्रशासन को नए साल में हुई बारिश व हिमपात ने राहत दी है। जनवरी के 17 दिनों में बीते पांच वर्षो से सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई है। जनवरी 2015 में 248.9 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। इस माह के शेष दिनों में और बारिश की उम्मीद है। रोस्टिंग से सुधरा झील का जलस्तर

नैनी झील के जलस्तर में गिरावट का कारण औसत से कम हुई बारिश व पेयजल आपूर्ति है। सिचांई विभाग के अधिशासी अभियंता एचसी भारती ने बताया कि पेयजल की आपूर्ति के लिए झील से की जाने वाली बोरिंग से झील के जलस्तर में रोजाना करीब दो से तीन इंच की गिरावट दर्ज की जा रही थी। जो झील की सेहत के लिए सही नहीं है। जनवरी 2018 से जल संस्थान द्वारा रोस्टिंग सिस्टम प्रभावी किया गया। अलबत्ता रोजाना पानी आपूर्ति से झील के जलस्तर में एक से सवा इंच गिरावट हो रही है।


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