वनग्राम सुंदरखाल को खाली कराए जाने पर भड़के ग्रामीण
उच्च न्यायालय के आदेश पर कॉर्बेट नेशनल पार्क की सीमा से सटे वनग्राम के ग्रामीणों बैठक कर बनाई विरोध की रणननीति।
By Edited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 10:50 PM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 12:04 PM (IST)
संवाद सहयोगी, रामनगर : उच्च न्यायालय के आदेश पर कॉर्बेट नेशनल पार्क की सीमा से सटे वनग्राम सुंदरखाल को खाली कराए जाने के विरोध में ग्रामीणों ने बैठक आयोजित की। इस दौरान गाव के अस्तित्व को बचाने का संकल्प लिया गया। रविवार को गाव में आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि गाव खाली कराना मानव अधिकारों के हनन की श्रेणी में आता है। डॉ. भीमराव अंबेडकर पर्वतीय भूमिहीन शिल्पकार समिति के तत्वावधान में आयोजित सभा के दौरान सभी मुख्य राजनैतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लेकर गाव को बचाने की मुहिम छेड़ने का संकल्प लिया। रेवीराम के संचालन में आयोजित सभा के दौरान वक्ताओं ने वन-विभाग की आलोचना करते हुए कहा कि वन-विभाग जानबूझकर न्यायालय में गलत तथ्य देकर गुमराह करने का काम कर रहा है। कहा कि सुंदरखाल के निवासियों के लिए वन-विभाग वन अधिनियम लागू करना चाहता है। गांव के गुजर रही विद्युत लाइन से ग्रामीणों को कनेक्शन भी नहीं दिया जा रहा है। यह वन विभाग की भेदभाव की नीति को दिखाता है। ग्रामीणों ने बुधवार को नगर में जुलूस व प्रदर्शन का निर्णय लिया है। सभी ग्रामीण वन परिसर स्थित रामनगर वन प्रभाग के डीएफ ओ कार्यालय पर प्रदर्शन कर जुलूस निकालेंगे। सभा के दौरान पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत, किशोरी लाल, विनोद अंजान, मदन शिल्पकार, मदनराम, देवीराम, खीमराम, जगदीश कोहली, चंद्र किशोर, दयाराम, खुशालीराम, बागीराम, पृथ्वीराम, इंदराम, सुरेश चंद्र, केशवराम, दिनेश चन्द्र, बलवंत सिंह भारती, बंसती देवी, विमला देवी, सरस्वती आजाद मौजूद रहे। डेल्टा श्रमिकों के समर्थन में आए और श्रमिक संगठन रामनगर : डेल्टा फैक्ट्री के श्रमिकों का क्रमिक अनशन छठवें दिन भी जारी रहा। रविवार को मंजू, रजनी, माया, कमला, विमला, विजय कुमार, विनोद, सूरज, राकेश कुमार, रमेश सिंह क्रमिक अनशन पर बैठे। इन श्रमिकों को कांपैक्ट व स्मार्ट श्रमिक संगठन ने भी समर्थन दिया है। ग्राम थारी के प्रधान लक्ष्मण सिंह तथा ग्राम नंबरदारपुरी से पूरन सिंह ने श्रमिकों को समर्थन देते हुए कहा कि डेल्टा, कांपेक्ट व स्मार्ट फैक्ट्री में हजारों मजदूर काम करते हैं, जिसमें से अधिकाश महिलाएं हैं। अगर यह फैक्ट्री बंद होती है तो क्षेत्र में बेरोजगारी हो जाएगी। इस दौरान समाजवादी लोक मंच से मुनीष कुमार, देव भूमि विकास मंच से मनमोहन अग्रवाल, इंकलाबी मजदूर से मनप्रीत, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र ने भी अनशन स्थल पहुंचकर श्रमिकों को समर्थन दिया। रिचा श्रमिक संगठन ने 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता भी दी। आज निकालेंगे जुलूस एक तरफ जहां श्रमिक क्रमिक अनशन पर बैठे हुए थे, वहीं कुछ लोगों ने प्रेसवार्ता की। बताया कि 24 सितंबर को नगर में जुलूस निकालकर सीएम को ज्ञापन भेजा जाएगा। श्रमिक प्रतिनिधि मदन ने बताया कि जुलूस शिवलालपुर चुंगी से निकलेगा और एसडीएम कोर्ट तक जाएगा।
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