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ताकुला के बरातियों का रूसीे के ग्रमीणों ने किया भव्य स्वाग

जागरण संवाददाता, नैनीताल : धार्मिक परंपराओं का निर्वहन करते हुए ताकुला और रूसी के ग्रामीणों ने वट-पी

By JagranEdited By: Published: Sun, 11 Feb 2018 07:16 PM (IST)Updated: Sun, 11 Feb 2018 07:16 PM (IST)
ताकुला के बरातियों का रूसीे के ग्रमीणों ने किया भव्य स्वाग
ताकुला के बरातियों का रूसीे के ग्रमीणों ने किया भव्य स्वाग

जागरण संवाददाता, नैनीताल : धार्मिक परंपराओं का निर्वहन करते हुए ताकुला और रूसी के ग्रामीणों ने वट-पीपल की शादी संपंन कराई। शिव पार्वती के प्रतीक स्वरूप रक्षा तागा से अग्नि के सात फेरे लेकर जन्म-जन्मांतर साथ रहने की प्रतिज्ञा दिलाई। अनोखे आयोजन को देखने के लिए शहर व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भी लोग पहुंचे थे।

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रविवार को समीपवर्ती ताकुला के हर घर में उत्साह का माहौल था। महिलाएं परंपरागत पिछौड़ा में सजधज कर तैयार हुई और कलश यात्रा निकाली। बैंड-बाजे के साथ नाचते गाते बाराती नैनीताल-हल्द्वानी मार्ग पर चील-चक्क्र बैंड पर स्थित शिवालय के पास पहुंची तो रूसी के ग्रामीणों ने घराती बनकर बरातियों का परंपरागत तरीके से स्वागत किया। आचार्य कैलाश चंन्द्र सुयाल के निर्देशन में पुरोहित कमल जोशी, राकेश भट्ट द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ वैवाहिक रस्म पूरी की गई। बट या वर पक्ष की ओर से रस्म पूरन जोशी व दीपा जोशी तथा कन्या पक्ष या पीपल की ओर से कन्या दान की रस्म ताकुला के सतीश जोशी-जानकी जोशी द्वारा निभाई गई। कलश यात्रा में उमा भट्ट, गीता परिहार, कला परिहार, कमला जोशी, कमला भट्ट, नेहा जोशी, गुंजन भट्ट, दीक्षा जोशी, दीपा जोशी, धना बिष्ट, माया जोशी प्रमुख थे। जबकि आयोजन को सफल बनाने में पान सिंह खनी, नीरज जोशी समेत दर्जनों ग्रामीण जुटे रहे।

विवाह के बाद बन गए पूजा के योग्य

धार्मिक विद्वतजनों के अनुसार विवाह के बाद वट-सावित्री के पेड़ पूजा के योग्य हो गए हैं। पर्वतीय समाज में पति की लंबी उम्र के लिए महिलाएं वट सावित्री व्रत करती हैं। शादी के दौरान प्रतीक स्वरूप शिव-पार्वती की मूर्ति के समीप अग्नि को साक्षी मानकर रक्षा तागा के सात फेरे लगाकर जन्म-जन्मांतर साथ रहने का संकल्प दिलाया गया। रूसी के सरपंच पान सिंह खनी व ताकुला के उत्साही युवा नीरज जोशी के अनुसार इससे पहले इतने बड़े आयोजन को सफल बनाने के लिए ताकुला व रूसी के हर परिवार ने क्षमतानुसार आर्थिक सहयोग प्रदान किया।

हजार लोगों ने ग्रहण किया प्रसाद

इस मौके पर आयोजित भंडारे में करीब एक हजार लोगों ने प्रसाद ग्रहण कर पुण्य कमाया। आयोजन में बल्दियाखान समेत अन्य गांवों के ग्रामीण भी शामिल हुए।


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