ग्रामीणों ने श्रमदान से बना डाली तीन किलोमीटर सड़क
सरकार की अनदेखी से परेशान ग्रामीणों ने खुद ही पहाड़ खोदकर तीन किमी लंबी सड़क बनाकर मिसाल पेश की है।
संवाद सहयोगी, कालाढूंगी : सरकार की अनदेखी से परेशान ग्रामीणों ने खुद ही पहाड़ खोदकर तीन किमी लंबी सड़क बनाकर मिशाल पेश की है। इस सड़क का लाभ ग्रामसभा रौखड़, जलालगांव व खुडलियाखेत के ग्रामीणों को मिलेगा।
नैनीताल विस क्षेत्र के दूरस्थ गांव रौखड़, जलालगांव व खुडलियाखेत के ग्रामीणों को सब्जी व दूध बाजार ले जाने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यहां गांव का रास्ता जीर्ण-शीर्ण हो गया था। ग्राम प्रधान योगेश्वर जीना ने ग्रामीणों को श्रमदान कर सड़क बनाने के लिए तैयार किया। इस प्रस्ताव पर सभी ग्रामीणों ने हामी भर दी। इसके बाद बीते एक सप्ताह से गांव के बच्चे, महिलाएं और पुरुष फावड़ा व संबल लेकर श्रमदान कर सड़क बनाने में जुट गए।
ग्राम प्रधान योगेश्वर जीना ने बताया कि बीते 12 वर्षो से मंगोली-जलालगां-देचौरी मोटर मार्ग की कवायद चल रही है परंतु वन विभाग की अड़चन के चलते चार बार इसकी फाइल वापस आ गई है। प्रधान जीना के मुताबिक अभी तीन किलोमीटर तक सड़क बनाई गई है। श्रमदान में चंदन सिंह बिष्ट, दीपक बिष्ट, रोहित जीना, लीलाधर सनवाल, वीर सिंह, योगेश जीना, आंनद सिंह बिष्ट, दिवान सिंह मेहरा, चितांमणी सनवाल, यशपाल जीना, सोनू मेहरा, हीरा सिह, हेमंत व संजय सहित दर्जनों ग्रामीण सहयोग दे रहे हैं।
उधर विकासखंड ओखलकांडा में पीएमजीएसवाइ के तहत बन रहे पैजाना, गहना कूकना मोटर मार्ग को अधूरा छोड़ने का ग्रामीणों ने दूसरे दिन भी विरोध किया। ग्रामीणों को समझाने पहुंचे विभाग के सहायक अभियंता देवेन्द्र बोरा और अवर अभियंता आनंद लाल को ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपकर मोटर मार्ग को पूरा बनाने की मांग की।
ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि यदि मोटर मार्ग को आधा-अधूरा छोड़ा गया तो पूरे क्षेत्र में व्यापक आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पूर्व में लोनिवि भवाली खंड द्वारा पैजना, घैना कूकना मोटर मार्ग का नाम बदलकर ढोलीगांव-गहना रखा गया है। ज्ञापन देने वालों में मदन सिंह नौलिया, नरेश कुमार, दीवान सिंह, केशर सिंह, नरेन्द्र धौनी, गणेश नौलिया, प्रकाश सिंह समेत दर्जनों ग्रामीण थे।