Forest Fire Uttarakhand : उत्तराखंड में अब भी सबसे ज्यादा झुलस रहे चमोली के जंगल
Forest Fire Uttarakhand उत्तराखंड के जंगल अब भी झुलस रहे हैं। संकट की बात यह है कि सीमांत जनपद चमोली आग लगने के मामले में अब भी पहले नंबर पर है। अब तक आग की 492 घटनाएं सामने आ चुकी है।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : Forest Fire Uttarakhand : उत्तराखंड के जंगल अब भी झुलस रहे हैं। संकट की बात यह है कि सीमांत जनपद चमोली आग लगने के मामले में अब भी पहले नंबर पर है। अब तक आग की 492 घटनाएं सामने आ चुकी है। जबकि पूरे प्रदेश में आग का आंकड़ा 1674 को पार कर चुका है। दुर्गम जनपद होने की वजह से वनकर्मियों के लिए इन जंगलों में लगी आग पर काबू पाना बेहद मुश्किल हो जाता है। हालांकि, सीमित संसाधनों व स्टॉफ के बीच वन विभाग जैसे-तैसे जुटा हुआ है।
एक जनवरी से अब तक उत्तराखंड का 2337.25 हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में आ चुका है। छह लोगों और 22 मवेशी व वन्यजीव इन घटनाओं में अपनी जान गंवा चुके हैं। इसके अलावा 101 हेक्टेयर प्लांटेशन का जंगल भी स्वाहा हो चुका है। वहीं, 13 जिलों में 12640 पेड़ अब तक पूरी तरह जल चुके हैं। वहीं, गर्मी का सीजन बढऩे की वजह से वन विभाग के साथ स्थानीय ग्रामीणों की परेशान अब और बढ़ती जा रही है। विभाग को अब बादलों से उम्मीद है। लेकिन बारिश नहीं होने के कारण अब तक कोई खास राहत नहीं मिल सकी।
फॉरेन फायर की घटनाएं
अल्मोड़ा-172, बागेश्वर 130, चमोली 97, चंपावत 49, देहरादून 112, हरिद्वार 23, नैनीताल 158, पौड़ी गढ़वाल 492, पिथौरागढ़ 94, रुद्रप्रयाग 89, टिहरी 171, ऊधमसिंह नगर 3, उत्तरकाशी 84। कुल 1674 घटनाएं अब तक पूरे प्रदेश में हो चुकी है।
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