यशपाल आर्य ने प्रदेश सरकार पर किया हमला, बोले-उत्तराखंड में देश से भी ज्यादा महंगाई की दर
Uttarakhand Election 2022 चुनाव में आराेप-पत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य व पार्टी की राष्ट्रीय सचिव जरिता लैतफलांग ने महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरा। कहा कि कि देश के औसत दर से भी ज्यादा महंगाई उत्तराखंड में है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य व पार्टी की राष्ट्रीय सचिव जरिता लैतफलांग ने महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरा है। कहा कि पांच साल में तीन मुख्यमंत्री देने वाले भाजपा सरकार को जवाब देना होगा कि देश की औसत दर से भी ज्यादा महंगाई उत्तराखंड में क्यों हैं।
2017 से ही जनता बेहाल है। तुलनात्मक अध्ययन करने से पता चलता है कि 2020-21 में देश महंगाई की दर 6.2 थी। जबकि उत्तराखंड में यह 8.1 तक पहुंच गई। यानी पहाड़ के लोगों को कोई राहत नहीं मिली। कोरोना की तीनों लहर में उनका दर्द और बढ़ा।
शनिवार को हल्द्वानी में लाकडाउन की वजह से कांग्रेस ने प्रेस को रद्द कर दिया गया। जिसके बाद मीडिया को जारी बयान में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य और राष्ट्रीय सचिव जरिता लैतफलांग ने कहा कि थोक मूल्य सूचकांक 12 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है। दिसंबर में थोक मूल्य सूचकांक 13.56 था। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक भी 5.59 तक पहुंच गया। जिससे आगे भी महंगाई से राहत मिलना संभव नहीं है।
एक जनवरी से कई सामान पर जीएसटी पांच प्रतिशत से 12 कर दी गई। पेट्रोल-डीजल पर लूट अब भी जारी है। एक साल के भीतर रसोई गैस में 300 रुपये बढ़ा दिए गए। दिसंबर 2020 में अरहर की दाल 95-100 रुपये प्रति किलो, सरसो का तेल 150-155 था। मगर दिसंबर 2021 में इनका दाम 159 और 215 था। सब्जी, फल और राशन हर चीज के दाम बढऩे से साफ पता चलता है कि भाजपा के राज में आम लोग कितने परेशान हैं। गांव की स्थिति तो और खराब है।