चार विधानसभा चुनावों में सिर्फ एक बार कांग्रेस के हाथ आई साेमेश्वर सीट
साेमेश्वर सीट पर पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदीप टम्टा 9146 वोट लाकर जीतने में सफल रहे थे। इस चुनाव में भाजपा के राजेश कुमार 8263 मत लाकर दूसरे नंबर पर रहे। टिकट नहीं मिलने पर अजय टम्टा ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था।
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : साेमेश्वर विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी सिर्फ एक बार ही जीत का स्वाद चख चुका है। राज्य बनने के बाद हुए पहले विधानसभा चुनाव में जीतने के बाद यह सीट भाजपा के पास चले गई। सीट पर तीन बार भाजपा का प्रत्याशी विजयी हो चुका है। जनता में तीसरे दल के रुप में आप भी अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर रहा है।
जिले की एकमात्र आरक्षित सीट सोमेश्वर के लोगों काे अब तक भाजपा ही रास आई है। पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदीप टम्टा 9146 वोट लाकर जीतने में सफल रहे थे। इस चुनाव में भाजपा के राजेश कुमार 8263 मत लाकर दूसरे नंबर पर रहे। टिकट नहीं मिलने पर अजय टम्टा ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। 2007 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अजय टम्टा को अपना प्रत्याशी बनाया। तब उन्होंने प्रदीप टम्टा को पटखनी दी थी।
अजय टम्टा को 15985 मत व प्रदीप को 14472 मत मिले। 2012 के विधानसभा चुनाव में प्रदीप टम्टा के लोकसभा सदस्य बनने के बाद कांग्रेस ने राजेंद्र बाराकोटी को अपना प्रत्याशी बनाया। भाजपा ने अजय टम्टा को टिकट दिया। अजय टम्टा को 17288 मत मिले। कांग्रेस के बाराकोटी 9716 मत लाकर तीसरे नंबर पर रहे। दूसरे नंबर पर निर्दलीय रेखा आर्या रही। जिन्हें 14597 मत मिले।
2014 के लोकसभा चुनाव अजय टम्टा जीतकर संसद पहुंच गए। तब इस सीट पर उपचुनाव हुए। कांग्रेस ने रेखा आर्या को टिकट दिया जबकि भाजपा से मोहन राम ने चुनाव लड़ा। रेखा आर्या जीतने में सफल रही। 2017 के विधानसभा चुनाव आते-आते रेखा भाजपा की हो गई। तब कांग्रेस ने फिर राजेंद्र बाराकोटी को टिकट दिया।
रेखा आर्या को 21780 मत व राजेंद्र बाराकोटी को 21070 मत मिले। मोदी लहर में बाराकोटी मात्र 710 वोटों से चुनाव हार गए। इस बार फिर विधानसभा चुनावों में भाजपा से रेखा आर्या अौर कांग्रेस से राजेंद्र बाराकोटी चुनावी मैदान में है। वहीं आप के हरीश चंद्र आर्य भी अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर रहे है। इनके बीच रोचक मुकाबला होने की उम्मीद है।