हरीश रावत आएंगे मैदान में...रणजीत को छोडऩा पड़ेगा रामनगर का रण !
कांग्रेस ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। लेकिन सल्ट और रामनरगर में अभी प्रत्याशी नहीं तय किए हैं। इस सीट पर कभी एक दूसरे के करीबी रहे रणजीत रावत और हरीश रावत दोनों दावा जता रहे हैं।
दीप चंद्र बेलवाल, हल्द्वानी : कांग्रेस के टिकट फाइनल होते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। रामनगर और सल्ट की दो सीट पर दावेदार कौन होगा यह तस्वीर भी एक-दो दिन में साफ हो जाएगी। कांग्रेस पार्टी सूत्रों के अनुसार पूर्व सीएम हरीश रावत ने रामनगर से चुनाव लडऩे की इच्छा जताई है। वहीं रणजीत भी रामनगर से चुनाव ही लडऩे के लिए अड़े हैं। यदि हरीश रामनगर आए तो रणजीत को यह रण छोडऩा पड़ सकता है।
कांग्रेस ने लंबे इंतजार के बाद शनिवार रात 53 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। रामनगर और सल्ट सीट पर अभी पत्ते नहीं खोले हैं। सल्ट से रणजीत रावत कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं। हालांकि वर्ष 2017 में उन्होंने सल्ट सीट को छोड़कर रामनगर से चुनाव लड़ा। तब वह सीएम हरीश रावत के बेहद करीबी व मिनी सीएम मानें जाते थे। इसलिए मनमुताबिक रामनगर से चुनाव लड़ा। अब उनकी यह राह इतनी आसान नहीं दिख रही है। रणजीत व हरीश रावत के बीच तकरार कुछ समय पहले सामने आ चुकी है।
रणजीत ने हरदा पर बंदर व सुअरों की बलि देने समेत कई तरह के आरोप लगाए थे। पार्टी सूत्रों की मानें तो हरीश रावत को रामनगर से चुनाव लड़ाने के लिए संजय नेगी, पुष्कर दुर्गापाल व बीडीसी सदस्यों का गुट लगा हुआ है। हरदा भी रामनगर से चुनाव लडऩे के मूड में हैं। इधर, रणजीत इस सीट को छोडऩा नहीं चाहते। वह पांच साल से यहां सक्रिय होकर काम कर रहे हैं। रामनगर व सल्ट सीट को छोडऩे से समीकरण बदल सकते हैं। रणजीत सल्ट व हरीश रावत रामनगर से कांग्रेस प्रत्याशी हो सकते हैं। राजनीति का यह कुहासा जल्द साफ हो जाएगा।