मेडिकल कॉलेज प्रशासन की चेतावनी, हड़ताल से नहीं लौटे उपनल कर्मचारी तो दूसरों को कर देंगे नियुक्त
महामारी के बीच धरने पर बैठे उपनलकर्मियों का आंदोलन खत्म करने की हर कोशिश हो रही है। बुधवार को राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने कर्मचारियों को सख्त चेतावनी दी है कि अगर हड़ताल खत्म नहीं की तो आपके बदले दूसरे को काम पर रख लिया जाएगा।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : महामारी के बीच धरने पर बैठे उपनलकर्मियों का आंदोलन खत्म करने की हर कोशिश हो रही है। बुधवार को राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने कर्मचारियों को सख्त चेतावनी दी है कि अगर हड़ताल खत्म नहीं की तो आपके बदले दूसरे को काम पर रख लिया जाएगा। कॉलेज प्रशासन ने यह पत्र उपनल के परियोजना अधिकारी व शासन को भी भेज दिया है।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सीपी भैंसोड़ा की ओर से जारी नोटिस में लिखा है, मेडिकल कॉलेज, डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय व स्वामी राम कैंसर संस्थान में कार्यरत उपनल कर्मचारी 25 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इस समय महामारी के चलते पूरे प्रदेश में आपदा अधिनियम लागू है। अति आवश्यक सेवाओं को हड़ताल से प्रतिबंधित किया गया है। ऐसे में उपनल कर्मचारी अस्पताल में उपस्थित न होकर नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। इससे अस्पताल का काम बाधित हो गया है। ऐसे में कर्मचारी काम पर नहीं लौटते हैं तो दूसरे कर्मचारियों को रखना होगा। प्राचार्य ने इसके लिए 24 घंटे का समय दिया है।
शासन में बैठे अधिकारियों ने मुंह फेरा
हड़ताल से कोरोना मरीजों को लगातार दिक्कत हो रही है। अस्पताल प्रबंधन असहाय है। ऐसे में शासन के जिम्मेदार अधिकारियों ने पूरी व्यवस्था से मुंह फेर लिया है। हड़ताल को समाप्त करने के लिए किसी तरह के ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। इस तरह की विषम स्थिति कोरोना मरीजों के लिए जानलेवा भी साबित हो सकती है।
हमें झुनझुना और बाहर से महंगे रेट पर करा रहे काम
एसटीएच के उपनलकर्मियों ने 21वें दिन भी बुद्ध पार्क में धरना दिया। संघ के अध्यक्ष प्रताप सिंह बोरा ने बताया कि कॉलेज की ओर से जारी नोटिस हमें नहीं मिला है। इसकी जानकारी भी हमें नहीं हैं। उन्होंने कहा कि एसटीएच में बाहर से कर्मचारियों को बुलाकर महंगे रेट में काम कराया जा रहा है, लेकिन हमें सम्मानजनक वेतन तक नहीं दिया जाता है। यह स्थिति शर्मनाक है। हम लोग हड़ताल पर डटे हैं।
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