Move to Jagran APP

रामनगर में आबादी के करीब विपिन विहार कालोनी में नजर आए दो तेंदुए

वन्य जीवों के कार्बेट टाइगर रिजर्व से सटे विपिन विहार कालोनी के करीब पहुंचने से खतरा बढ़ने लगा है। सुबह दो तेंदुए के एक साथ पेड़ पर चढ़े होने से सफारी के लिए जा रहे पर्यटकों के कदम ठिठक गए। वहीं ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Tue, 05 Oct 2021 11:11 AM (IST)Updated: Tue, 05 Oct 2021 11:11 AM (IST)
रामनगर में आबादी के करीब विपिन विहार कालोनी में नजर आए दो तेंदुए
रामनगर में आबादी के करीब विपिन विहार कालोनी में नजर आए दो तेंदुए

रामनगर, जागरण संवाददाता : वन्य जीवों के कार्बेट टाइगर रिजर्व से सटे विपिन विहार कालोनी के करीब पहुंचने से खतरा बढ़ने लगा है। सुबह दो तेंदुए के एक साथ पेड़ पर चढ़े होने से सफारी के लिए जा रहे पर्यटकों के कदम ठिठक गए। वहीं ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। लोगों ने आबादी में पिंजरा लगाले की मांग की है।

loksabha election banner

रामनगर की विपिन विहार कालोनी सीटीआर की बिजरानी सीमा से सटी हुई है। कालोनी के नजदीक घर के बाहर पिछले कुछ समय से बाघ, गुलदार की आवाजाही हो रही है। पिछले साल बाघ व गुलदार घर के बाहर आ गया था। मंगलवार सुबह झिरना जोन में सफारी के लिए जा रहे पर्यटकों को दो गुलदार घरों से नजदीक पेड़ पर चढ़े दिख गए। इस पर पर्यटक जिप्सी रोककर गुलदारों के जोड़े को देखते रहे। कुछ देर बाद शोरगुल होने पर गुलदार पेड़ से उतरकर चले गए। अक्सर आबादी में में हिंसक वन्य जीवों की मौजूदगी से लोगों में खतरा बढ़ रहा है।

हिंसक वन्य जीवों के घरों के नजदीक आने से लोग भयभीत है। पिछले साल एक बाघ के घर के बाहर आ गया था।इसके बाद वह घर के नीचे नाले में घुस गया था। सीटीआर की टीम ने उसे रेस्क्यू किया था। कालागढ़ के जंगल में उसे छोड़ दिया गया था। सीटीआर के नजदीक से कई गांव का रास्ता है। ऐसे में सुबह व शाम को अंधेरे में लोगों की आवाजाही से खतरा बना है। पार्क वार्डन आरके तिवारी ने बताया कि आबादी के नजदीक कुछ जगह पर फेंसिंग की गई है। जिससे वन्य जीव आबादी में नहीं आ पाता है। आबादी के नजदीक सुरक्षा के लिए गश्त भी की जाती है।

लापरवाही से आ रहे हिंसक वन्य जीव

कई लोग अपने घरों का जैविक व अजैविक कूड़ा सीटीआर के जंगल की सीमा में फेंक देते हैं। जैविक कूड़ा को खाने के लिए सांभर, चीतल जंगल से आबादी की ओर आते हैं। ऐसे में हिंसक वन्य जीव भी सांभर चीतल के शिकार के लिए जंगल से उनके पीछे चले आते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.