बागेश्वर में भारी बारिश से कांडा और गरुड़ में मकान ध्वस्त, राशन, बिस्तर, कपड़े मलबे में दबे
जिले में रुक-रुक कर बारिश का जारी है। जिसके कारण अभी भी सात सड़कें आवागमन के लिए बंद हैं। जबकि कांडा और गरुड़ में मकान ध्वस्त हो गए हैं। प्रभावितों का सामान आदि भी मलबे में दब गया है। उनका परिवार पड़ोस के घर में शिफ्ट कर दिया गया है।
बागेश्वर, जागरण संवाददाता : जिले में रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। जिसके कारण अभी भी सात सड़कें आवागमन के लिए बंद हैं। जबकि कांडा और गरुड़ में मकान ध्वस्त हो गए हैं। प्रभावितों का सामान आदि भी मलबे में दब गया है। उनका परिवार पड़ोस के घर में शिफ्ट कर दिया गया है।
अतिवृष्टि से कांडा निवासी नवीन राम का आवासीय मकान ध्वस्त हो गया है। उपजिलाधिकारी राकेश चंद्र तिवारी ने बताया कि राजस्व विभाग की टीम ने मौका मुआयना कर लिया है। प्रभावित के मकान की छत, दीवार टूटने से खाद्य सामग्री, कपड़े, बिस्तर आदि मलबे में दब गए हैं। तहसील प्रशासन ने प्रभावित को तत्काल आवश्यक सामग्री आदि उपलब्ध कराई है। प्रभावित परिवार का दो मंजिला पत्थर छाया मकान था। उसके परिवार ने पड़ोसी दीवान राम के घर में शरण ली है। मकान के तीक्ष्ण क्षतिग्रस्त होने के कारण पी-20 की कार्रवाई की जा रही है।
बारिश से उड़खुली में मकान ध्वस्त
संवाद सूत्र, गरुड़: उड़खुली गांव में बारिश से एक मकान ध्वस्त हो गया है।ग्रामीणों ने प्रभावित को मुआवजा दिए जाने की मांग की है। उड़खुली निवासी पुष्कर राम पुत्र लछम राम का मकान तेज बारिश के चलते ध्वस्त हो गया।जिससे घरेलू सामान व खाद्य सामग्री मलबे में दब गई है।भाजपा के एससी मोर्चा के जिलाध्यक्ष एडवोकेट जेसी आर्या ने तहसील प्रशासन से शीघ्र प्रभावित को मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
उत्तराखंड में भारी से भारी बारिश का अलर्ट
जिला आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि मौसम विभाग ने 24 अगस्त तक पूरे उत्तराखंड में भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जिले में बारिश का अनुमान है। पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं आकाशीय बिजली गिरने व गर्जना होने की भी संभावना है।