बागेश्वर में भारी बारिश से दो मकानों को नुकसान, आठ सड़कें बंद
अतिवृष्टि के कारण दो मकान आंशिक क्षतिग्रस्त हैं। दोनों परिवारों के छह सदस्य मकान के सुरक्षित कमरे में रह रहे हैं। जिला प्रशासन उन्हें अहैतुक धनराशि की कार्रवाई कर रहा है। वहीं बारिश के कारण सरयू नदी का जलस्तर बढ़ गया है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले में शनिवार सुबह से दोपहर तक बारिश हुई। जिसके कारण आठ सड़कों पर भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर आने से वह बंद हो गए हैं। जबकि अतिवृष्टि के कारण दो मकान आंशिक क्षतिग्रस्त हैं। दोनों परिवारों के छह सदस्य मकान के सुरक्षित कमरे में रह रहे हैं। जिला प्रशासन उन्हें अहैतुक धनराशि की कार्रवाई कर रहा है। वहीं, बारिश के कारण सरयू नदी का जलस्तर बढ़ गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में भूस्खलन की आशंका बनी हुई है।
बारिश से गरुड़-द्यौनाई, कपकोट-पिंडारी ग्लेशियर, कंधार-लोहागड़ी, बिजौरीझाल-ओखलसों, शामा-नाकुड़ी, मुनार बैंड से सूपी, धरमघर-माजखेत, तोली समेत आठ मोटर मार्ग बंद हो गए हैं। जिससे लगभग दस हजार से अधिक जनसंख्या प्रभावित हो गई है। अतिवृष्टि से गरुड़ के कनस्यारी गांव गणेश राम पुत्र बाली राम का मकान आंशिक क्षतिग्रस्त हो गया है। परिवार के चार सदस्य प्रभावित हैं। अमसरकोट निवासी कमला देवी पत्नी आन सिंह का भी आवासीय मकान भी आंशिक क्षतिग्रस्त हो गया है। परिवार के दो सदस्यों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। जिला प्रशासन के अनुसार दोनों परिवार क्षतिग्रस्त मकान के सुरक्षित भाग में निवासरत हैं और अहैतुक सहायता राशि वितरित करने को नियमानुसार कार्रवाई कर रहा है। बारिश के कारण जीतनगर और ट्रामा सेंटर को जोड़ने वाली सड़क ताल-तलैया बन गई है। जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। सरयू का जलस्तर बढ़ने से मंदिर की सीढ़ियों तक पानी पहुंच गया है। जल पुलिस सरयू घाट पर तैनात है। वह नदी की तरफ आने से लोगों को रोक रही है। उधर, कपकोट क्षेत्र में बारिश होने से जन जीवन प्रभावित हो गया है।
इधर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के अनुसार 29 अगस्त को भी भारी बारिश, आकाशीय बिजली चमकने की संभावना जर्ता गई है। जिलाधिकारी के निर्देश पर सभी तहसीलों में स्थित आपदा कंट्रोल रूम 24 घंटे काम कर रहे हैं। बंद सड़कों को खोला जा रहा है।