बारिश से बागेश्वर में दो मकान ध्वस्त, आठ सड़कों पर आया मलबा, गांवों में बढ़ा भूस्खलन का खतरा
पिंडारी रोड में पहाड़ से बोल्डर आने से घंटों यातायात बाधित रहा। वहीं आठ सड़कों पर मलबा आने के कारण वह बंद हो गई हैं। गरुड़ के लखनी गांव में दो मकान बारिश की भेंट चढ़ गए हैं।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : जिले में बारिश का सिलसिला मंगलवार को भी सुबह से जारी रहा। अपराह्न बाद बारिश रुकी लेकिन आसमान में बादल छाए रहे। जिससे बारिश के आसार बने हुए हैं। पिंडारी रोड में पहाड़ से बोल्डर आने से घंटों यातायात बाधित रहा। वहीं, आठ सड़कों पर मलबा आने के कारण वह बंद हो गई हैं। गरुड़ के लखनी गांव में दो मकान बारिश की भेंट चढ़ गए हैं।
बारिश के कारण पिंडारी मोटर मार्ग आरे के कभड़भ्योल के समीप चट्टान गिरने से लगभग दो घंटे बंद रहा। कपकोट, धरमघर, दुग नाकुरी, भराड़ी आदि क्षेत्रों से जिला मुख्यालय आने वाले वाहन फंसे रहे। जिसके कारण यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। देर से पहुंची लोडर मशीन ने उसे भारी मशक्कत के बाद खोला, लेकिन बोल्डर अभी भी सड़क किनारे हैं और पहाड़ी से पत्थर गिरने का लगातार भय बना हुआ है। इधर, भंयू-गुलेर, कपकोट-पिंडारी, धपोली-जेठाई, रणकांडे-पैसिया, सिमखेत-मैग्ड़ीस्टेट, कांडा-पड़ाव-पंचौड़ा, कपकोट-कर्मी, शामा-लीती-गोगिना, बघर मोटर मार्ग आदि बंद हैं। जिससे लगभग 15 हजार से अधिक जनसंख्या प्रभावित हो गई है।
सरयू नदी से 38 लोगों पर मंडराया खतरा
कपकोट : सरयू नदी के कटान के कारण भराड़ी में 38 लोगों पर खतरा मंडराने लगा है। तल्ली बाजार भराड़ी निवासी शेर सिंह ऐठानी, हरीश सिंह, गोविंद सिंह पुत्र स्व. बालम सिंह के आवासीय मकान को सरयू से खतरा पैदा हो गया है।चट्टानों में दरारें पड़ने से मकान धंसने की आशंका बनी हुई है। उन्होंने क्षेत्रीय विधायक बलवंत सिंह भौर्याल को ज्ञापन सौंपा है और सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने बताया कि मकान में 38 लोग निवास करते हैं।
बारिश से लखनी में आवासीय मकान ध्वस्त
गरुड़: राजस्व पुलिस क्षेत्र गरुड़ के अंतर्गत लखनी गांव में दो ग्रामीणों के आवासीय मकान बारिश से ध्वस्त हो गए हैं।राजस्व उप निरीक्षक ने मौका मुआयना कर रिपोर्ट तहसीलदार को सौंप दी है। राजस्व उप निरीक्षक किशोर कांडपाल ने बताया कि बारिश से लखनी निवासी कृपाल राम पुत्र गोपाल राम का पक्का आवासीय मकान ध्वस्त हो गया है।जिससे मलबे में घरेलू सामान व खाद्य सामग्री दब गई। परिवार के सदस्यों ने बमुश्किल भागकर अपनी जान बचाई।उन्होंने बताया कि प्रभावित ने अपने भाई बाली राम के मकान में शरण ली है। लखनी गांव में ही गोपाल राम पुत्र देवराम का भी आवासीय मकान बारिश की भेंट चढ़ गया है। प्रभावित अपने भाई लालू राम के मकान में रह रहा है।राजस्व उप निरीक्षक ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने रिपोर्ट तहसील प्रशासन को सौंप दी है।
नदियों का जलस्तर
सरयू-866.10 मीटर
गोमती-863.00 मीटर
बैजनथ बैराज-1112.20 मीटर
शिखा सुयाल, जिला आपदा अधिकारी का कहना है कि सड़कों को लोडर मशीनों से खोला जा रहा है। अधिकतर सड़कें खोली जा रही हैं। पिंडारी मोटर मार्ग को यातायात के लिए सुचारू कर दिया गया है। सभी विभागों को अलर्ट जारी किया गया है।