मौसम विभाग की चेतावनी के बाद बुकिंग निरस्त कर नैनीताल से लौट गए पर्यटक
मौसम विभाग की चेतावनी स्कूलों में अवकाश घोषित होने की सूचना वायरल होने के बाद सरोवर नगरी नैनीताल में पर्यटकों की भीड़ छंट गई। यहां तक कि सैकड़ों पर्यटक बुकिंग निरस्त कराकर घरों को लौट गए। इससे पर्यटन व्यवसायियों को नुकसान उठाना पड़ा।
नैनीताल, जागरण संवाददाता : मौसम विभाग की चेतावनी, स्कूलों में अवकाश घोषित होने की सूचना वायरल होने के बाद सरोवर नगरी नैनीताल में पर्यटकों की भीड़ छंट गई। यहां तक कि सैकड़ों पर्यटक बुकिंग निरस्त कराकर घरों को लौट गए। इससे पर्यटन व्यवसायियों को नुकसान उठाना पड़ा। दशहरा अवकाश, वीकेंड के बाद 19 व 20 को सार्वजनिक अवकाश की वजह से तमाम पर्यटकों ने पैकेज के हिसाब से बुकिंग की थी। 50 फीसद तक एडवांस भुगतान भी किया था।
सोमवार को मौसम विभाग की चेतावनी और जिलाधिकारी द्वारा स्कूलों में अवकाश घोषित करने, राज्य मौसम विभाग के अलर्ट के बाद सरकारी स्तर पर आपदा प्रबंधन की तैयारियों के बाद ऐसा माहौल बना कि शहर समेत आसपास के होटल खाली हो गए।
पर्यटन स्थलों में छाई वीरानगी
मौसम मेहरबान होने के बाद पर्यटन स्थलों में रौनक गायब हुई तो दुकानदारों की भी कमाई ठप हो गई। हिमालय दर्शन, बारापत्थर, टंकी बैंड आदि पर्यटन स्थलों में शहर के ही व्यवसायी अस्थाई दुकान लगाते हैं, पर्यटकों के लौटने से उन्हें दुकान लगाने का विचार त्यागना पड़ा है।
नैनीताल में रातभर बरसे मेघ
कुमाऊं भर में आसमान में काली घटाओं का घेरा है। नैनीताल में रातभर बारिश के बाद सुबह से लगातार बारिश हो रही है। जिससे ठंड में बढ़ोतरी हो गई। लगातार बारिश से झील का जलस्तर भी बढ़ गया है। शहर में जनजीवन ठप है। नाले उफनाये हैं तो लोअर माल रोड समेत अन्य सड़कों पर जल जमाव हो गया है।
प्रशासन ने कराई थी मुनादी
मौसम विभाग के भारी बारिश का अलर्ट जारी करने के बाद पुलिस ने भी कमान संभाल ली है। डीआइजी नीलेश आनंद भरणे ने जिला कप्तानों और अन्य पुलिसकर्मियों के साथ बैठक कर उन्हें आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां चाक-चौबंद रखने को कहा है। डीआइजी से मिले निर्देशों के बाद पुलिस ने शहर में मुनादी कराकर पर्यटकों से लौटने या बारिश के दौरान दो दिनों तक सुरक्षित स्थान पर ही बने रहने की अपील की है। रविवार को डीआइजी नीलेश आनंद भरणे ने आइजी कार्यालय से जिले के पुलिस अधिकारियों की वर्चुअल माध्यम से बैठक ली। उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़ को जा रहे पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर ही रोक लिया जाए। पर्यटक व अन्य यात्रियों को ऊंचाई वाले क्षेत्रों की ओर न जाने दें। पर्यटकों से भी अपील की गई है कि यदि वह लौटना चाहते हैं तो शाम तक तराई क्षेत्र की ओर लौट जाएं। अन्यथा भारी बारिश के दौरान दो दिनों तक सुरक्षित स्थान पर ही बने रहें।
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