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स्थानीय युवक खुद पैराग्लाइडिंग कराने में हो रहे ट्रेंड, परवान चढ़ रहा भीमताल का साहसिक पर्यटन

भीमताल में पर्यटन विकास की ऊंचाई को छू रहा है। यहां के पैराग्लाइडिंग ने देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में साहसिक खेल के नक्शे पर अपनी पहचान बनाई है। पैराग्लाइडिंग करने वालों की तादाद यहां निरंतर बढ़ रही है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sun, 03 Jan 2021 09:51 AM (IST)Updated: Sun, 03 Jan 2021 09:51 AM (IST)
स्थानीय युवक खुद पैराग्लाइडिंग कराने में हो रहे ट्रेंड, परवान चढ़ रहा भीमताल का साहसिक पर्यटन
स्थानीय युवक खुद पैराग्लाइडिंग कराने में हो रहे ट्रेंड, परवान चढ़ रहा भीमताल का साहसिक पर्यटन

भीमताल, जागरण संवाददाता : भीमताल में पर्यटन विकास की ऊंचाई को छू रहा है। यहां के पैराग्लाइडिंग ने देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में साहसिक खेल के नक्शे पर अपनी पहचान बनाई है। पैराग्लाइडिंग करने वालों की तादाद यहां निरंतर बढ़ रही है। दो वर्ष के भीतर भीमताल में दस कंपनियां पैराग्लाइडिंग का काम शुरू कर चुकी हैं। बावजूद पर्यटन सीजन में पर्यटकों को घंटों अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है।

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कुमाऊं में पैराग्लाइडिंग से संबधित कार्य का शुभारंभ कुमाऊं मंडल विकास निगम ने किया। वर्ष 1999 में तत्कालीन प्रबंध निदेशक उमेश सिन्हा की पहल पर कुमाऊं मंडल विकास निगम ने नैनीताल के सूखाताल से गर्म गुब्बारे की शुरुआत की। शुरू में इसे सराहा गया लेकिन बाद में यह गतिविधि ठप हाे गई। इसी दौरान 1999 में भीमताल में कुमाऊं मंडल विकास निगम के पहल पर ही पैराग्लाइडिंग का शुभारंभ हुआ।

केएमवीएन के सेवानिवृत्त मुख्य पर्यटन विकास अधिकारी विपिन पांडे बताते हैं उस समय हिमांचल की स्नोलैंड हालीडे प्रा. लि. कंपनी से अनुबंध किया गया और इसी के तहत नैनीताल के चाइनापीक से भी उड़ान भरी गई। सर्वे के तहत भीमताल और नौकुचियाताल के अलावा द्वाराहाट समेत कई अन्य जगहों की पहाड़ी उपयुक्त पाई गई। तब से भीमताल में पैराग्लाइडिंग आयोजित हो रही है।

पिछले दो वर्षों में पैराग्लाइडिंग ने जो जोर पकड़ा तो भीमताल में अकेले दस कंपनियां स्थापित हो गईं। पहले जहां पायलट आदि सब हिमांचल से आते थे वहीं अब स्थानीय युवक हिमांचल जाकर पैराग्लाइडिंग सीखने का प्रशिक्षण ले रहे हैं। वर्तमान में आठ स्थानीय युवक पैराग्लाइडिंग का प्रशिक्षण लेकर अपनी सेवा दे रहे हैं। लगभग बीस युवक प्रशिक्षण लेने के लिए गए हुए हैं।

साहसिक पर्यटन विकास बोर्ड उत्तराखंड के सदस्य नितिन राणा ने बताया कि पैराग्लाइडिंग पूरी तरह से सुरक्षित है। प्रशासन के द्वारा जो भी सुरक्षा के उपाय बरतने के निर्देश दिए गए हैं, भीमताल में सेवा दे रहीं सभी कंपनियां उनका पालन करती हैं। पर्यटक भी पूरा आनंद उठाते हैं।


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