बाहर से सब्जियां की आवक कम होने से आसमान छू रही महंगाई, 90 रुपए किलो बिक रहा टमाटर
बाहर से सब्जियां कम आने से बाजार में महंगाई बढ़ गई है। लगभग सभी सब्जियां महंगे रेट पर बिक रही हैं। स्थिति यह है कि कोई भी सब्जी 20 रुपये से कम नहीं बिक रही है। आलू के दाम भी कम नहीं हो रहे हैं।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : बाहर से सब्जियां कम आने से बाजार में महंगाई बढ़ गई है। लगभग सभी सब्जियां महंगे रेट पर बिक रही हैं। स्थिति यह है कि कोई भी सब्जी 20 रुपये से कम नहीं बिक रही है। आलू के दाम भी कम नहीं हो रहे हैं। शूगर फ्री पुराना आलू 20 से 25 रुपये किलो के भाव बिक रहा है। वहीं नया आलू 30 रुपये किलो के भाव बाजार में बेचा जा रहा है। आलू के साथ सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला टमाटर लोग नाप तौल कर खरीदने को मजबूर हो गए हैं। स्थिति यह है कि टमाटर की सब्जी खाना अब सभी के बस में नहीं रह गया है। कारण है कि टमाटर का दाम 70 से 90 रुपये प्रति किलो तक बाजार में है।
नासिक व मध्य प्रदेश से आने वाले टमाटर को भी महंगे कीमत पर बेचा जा रहा है। व्यापारियों का कहना है टमाटर की खेप बाहर से भी कम आ रही है। जबकि स्थानीय टमाटर को सबसे ज्यादा महंगा दाम मिल रहा है। जिससे उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ गई है। हरी सब्जियां लोगों के लिए सबसे ज्यादा महंगी दिखाई दे रही हैं। ठंड के दिनों में हरी सब्जियां लोग ज्यादा खाना पसंद करते हैं, लेकिन दाम ज्यादा होने से इस बार बजट गड़बड़ा रहा है।
पालक की सब्जी 30 से 40 रुपये किलो बिक रही है। जबकि मूली 40 से 50 रुपये है। वहीं मेथी का दाम 60 से 80 रुपये किलो तक है। जिससे उपभोक्ता परेशान हैं। ब्रोकली का दाम बाजार में 90 से 100 रुपये किलो तक है। जबकि बीन की सब्जी भी 80 से 90 रुपये किलो के भाव बिक रही है। फूल गोभी, तुरई, लौकी और कद्दू की सब्जी भी बाजार में 20 से 30 रुपये किलो के भाव बेंची जा रही है।