अल्मोड़ा को हैरिटेज सिटी बनाने के लिए अनशनरत धर्मनिरपेक्ष मंच को मिला संगठनों का समर्थन
कहा कि अल्मोड़ा को हैरिटेज सिटी बनाओ मुहिम के तहत हुई युवा पदयात्रा कर रहे थे। उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज करना लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला है। इसे बर्दाश्त नही किया जाएगा। अगर जल्द मुकदमे वापस नही लिए जाते तो पहले से भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : अल्मोड़ा को हैरिटेज सिटी बनाए जाने और फर्जी मुकदमे दर्ज कर लोकतंत्र की हत्या करने का षडयंत्र रचने के खिलाफ चल रहा 48 घंटे का उपवास कार्यक्रम संपन्न हो गया है। आंदोलनस्थल पर विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक संगठनों ने आंदोलन को समर्थन देते हुए आगामी रणनीति भी तैयार की।
शनिवार को गांधी पार्क में धर्म निरपेक्ष युवा मंच का उपवास कार्यक्रम जारी रहा। मौके पर एक सभा का आयोजन हुआ। सभा में वक्ताओं राजनीतिक, सामाजिक, युवा, सेवानिवृत्त, व्यापार मंडल, भूतपूर्व सैनिक इत्यादि संगठनों ने आंदोलनकारियों पर फर्जी मुकदमों को वापस लेने की बात कही। कहा कि अल्मोड़ा को हैरिटेज सिटी बनाओ मुहिम के तहत हुई युवा पदयात्रा कर रहे थे। उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज करना लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला है। इसे बर्दाश्त नही किया जाएगा। अगर जल्द मुकदमे वापस नही लिए जाते तो पहले से भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
धर्मनिरपेक्ष युवा मंच के संयोजक विनय किरौला ने कहा कि 48 घंटे चला उपवास सिर्फ उनकी व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है। यह लड़ाई लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है। आमजनमानस की आवाज उठाने पर बजाय लोगों की समस्या सुलझाने के आवाज उठाने वाले पर फर्जी और आधारहीन मुकदमे लगाये जा रहे हैंं। उन्होंने कहा कि चाहे कुछ हो जाए अल्मोड़ा को हैरिटेज सिटी बनाने की लड़ाई जारी रहेगी।
इसके बाद डा. रमेश पांडेय राजन,आदित्य पांडे, डा.जेसी दुर्गापाल, पूर्व छात्रसंघ महासचिव आशीष पंत, पूर्व कमाडेंट एमएस नेगी, वरिष्ठ अधिवक्ता केवल सती,उत्तराखंड आंदोलनकारी दयाकृष्ण कांडपाल, सुन्दर लटवाल आदि ने आंदोलनकारी को जूस पिलाकर आंदोलन खत्म करवाया। इस अवसर पर मयंक पंत, पंकज रौतेला, हरीश बिष्ट, पवन मुस्यूनी, निरंजन पांडेय, गिरीश तिवारी, राजेंद्र लटवाल, बिशन लटवाल, सुन्दर बिष्ट, किशन सिंह बिष्ट,अशोक भंडारी,कुंदन नेगी, प्रमोद रावत आदि मौजूद थे।