Corbett National Park के Sitawani Zone में बाघ और हिरन साथ घूमते आए नजर, वीडियो वायरल
अक्सर हिरनों को देखकर बाघ उन पर हमला करता है। हिरन भी बाघ को देखकर भाग खड़े होते हैं। लेकिन कार्बेट नेशनल पार्क के सीतावनी पर्यटन जोन में अलग ही नजारा देखा गया है। यहां एक बाघ हिरनों के पास से ही गुजर जाता है।
संवाद सूत्र, रामनगर : अक्सर हिरनों को देखकर बाघ उन पर हमला करता है। हिरन भी बाघ को देखकर भाग खड़े होते हैं। लेकिन Corbett National Park के Sitawani Zone में अलग ही नजारा देखा गया है। यहां एक बाघ हिरनों के पास से ही गुजर जाता है। बाघ उन पर हमला नहीं करता और न ही हिरन भागते हैं। कार्बेट के बाहरी हिस्से के जंगल में बाघ व हिरन का यह वीडियो इंटरनेट मीडिया में खूब वायरल हो रहा है।
रामनगर वन प्रभाग का सीतावनी पर्यटन जोन 15 अक्टूबर को पर्यटकों के लिए खोला गया था। टेड़ा गांव में तिलमठ मंदिर के समीप कोसी नदी क्षेत्र में एक बाघ को पर्यटकों ने घूमते देखा। बाघ कुछ ही दूर मौजूद हिरनों के पास पहुंच गया। ताज्जुब तब हुआ जब बाघ ने हिरनों पर हमला नहीं किया। हिरन भी बाघ को देखकर नहीं भागे। बाघ व हिरनों की एक साथ मौजूदगी के इस पल को पर्यटकों ने अपने कैमरे में कैद किया और वीडियो भी बना लिया।
कोसी रेंजर शेखर तिवारी ने बताया कि बाघ का पेट भरा होने से वह दोबारा शिकार नहीं करता है। वन्यजीव विशेषज्ञ संजय छिम्वाल ने भी बताया कि बाघ ने उससे पहले तीन गायें मारी थी। पेट भरा होने से उसने हिरन का शिकार नहीं किया होगा। हिरन भी बाघ के हावभाव देख उसके शिकार नहीं करने के मूड को भांप जाते हैं। इसलिए वह भी स्वच्छंद होकर टहलते हैं।
बारिश के बीच पर्यटकों ने जंगल में सफारी का लिया आनंद
बारिश में भी कार्बेट पार्क व सीतावनी जोन में पर्यटन गतिविधि चालू रही। इस दौरान पर्यटकों ने जंगल में सफारी का आनंद उठाया। सोमवार को सफारी को लेकर वनाधिकारी बारिश के हिसाब से तत्काल निर्णय लेने की बात कह रहे हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार रविवार को रामनगर में सुबह से ही मौसम का मिजाज बिगड़ा रहा। दोपहर बाद से बारिश भी शुरू हो गई। बारिश के बीच ही पर्यटकों ने बिजरानी, झिरना, ढेला, गिरिजा, सीतावनी जोन में सफारी का आनंद लिया।
सुबह रही जिप्सियों की दिक्कत
वीकेंड पर रामनगर में पर्यटक काफी संख्या में पहुंचे। कई पर्यटकों को सीतावनी जाने के लिए सुबह की पाली में जिप्सियां बमुश्किल मिल पार्ईं। दोपहर की पाली में जिप्सियां काफी उपलब्ध रहीं।