यूआरएल से फर्जी आईडी बना ठगी करने वालों की होगी पहचान, एफबी की मदद ले रही साइबर सेल
फर्जी आईडी बनाकर परिचितों से ठगी करने वाले अब पुलिस की नजर से बच नहीं पाएंगे। इसके लिए पुलिस के साइबर सेल एक्सपर्ट फेसबुक आईडी हैक होने पर यूआरएल नंबर के जरिए फेसबुक में ऑनलाइन शिकायत करने के बाद ठगों की पहचान करेगी।
रुद्रपुर, जेएनएन: फेसबुक में फर्जी आईडी बनाकर परिचितों से ठगी करने वाले अब पुलिस की नजर से बच नहीं पाएंगे। इसके लिए पुलिस के साइबर सेल एक्सपर्ट फेसबुक आईडी हैक होने पर यूआरएल नंबर के जरिए फेसबुक में ऑनलाइन शिकायत करने के बाद ठगों की पहचान करेगी।
इंटरनेट का उपयोग तेजी से बढ़ने के साथ ही साइबर क्राइम भी लगातार बढ़ रहे हैं। खासकर ऑनलाइन खरीददारी और नेट बैंकिंग के नाम पर ठगी की जा रही है। अब साइबर ठग लोगों के फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर उनके परिचितों से रुपयों की मांग कर रहे हैं। जिससे कई लोग साइबर ठगों के झांसे में आकर अपने हजारों रुपये गवा चुके हैं। इस पर रोक लगाने के लिए अब पुलिस की साइबर सेल ने फेसबुक की मदद लेनी शुरू कर दी है। साइबर सेल एक्सपर्ट के मुताबिक लोगों की आईडी हैक होने पर उनसे यूआरएल और ठगों को दिए गए बैंक अकाउंट नंबर को मांगा जा रहा है। इन दोनों नंबरों को फेसबुक के अमेरिका स्थित कार्यालय भेजा जा रहा है। वहां से साइबर सेल को आईपी एड्रेस दिया जा रहा है। इस नंबर के आधार पर साइबर विशेषज्ञ टेलीकॉम कंपनियों से संपर्क कर मोबाइल नंबर को ट्रेस कर ठगों का नाम और पता निकाल रहे हैं। ताकि उनके खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर गिरफ्तारी की जा सके।
साइबर अपराधी लोगों की फेसबुक में फर्जी आईडी बनाकर ठगी कर रहे हैं। ऐसे लोगों की धरपकड़ के लिए फेसबुक की यूआरएल नंबर लेकर फेसबुक कार्यालय में ऑनलाइन शिकायत की जा रही है। शिकायत के बाद मिलने वाले आईपी एड्रेस से आरोपितों का पता लगाया जा रहा है। -हिमांशु पंत, साइबर सेल प्रभारी